
ALERT: potato se cancer hota hai: आजकल बिना मिलावट के कुछ नहीं मिल रहा, फिर भी हम यही सुनते थे कि नमक से लेकर हर मसाले में मिलावट आ रही है, पर क्या आपने भी सुना कि अब आलू में भी मिलावट की जा रही है? अब आप सोच रहे होंगे आलू में मिलावट कैसे की जा सकती है? तो इस खबर को ध्यान से पढ़ लें, क्योंकि इस खबर में हम आपको बता रहे हैं सब्जियों का राजा आलू आपको कैसे पहले पेट दर्द फिर धीरे-धीरे आंतों के कैंसर का शिकार बना सकता है? आपको जानकर हैरानी होगी कि आलू को सुंदर दिखाने और उसकी कमियां छिपाने के लिए आलू के व्यापारी उस पर सीमेंट पाउडर डाल रहे हैं।
सीमेंट से लथपथ आलू इन दिनों प्रदेशभर की कई सब्जीमंडियों में देखने को मिल रहा है। खासतौर पर ग्वालियर की सब्जीमंडी इसके लिए बड़ा बाजार बनी हुई है। यहांं लक्ष्मीगंज सब्जीमंडी में सीमेंट लगा आलू धड़ल्ले से बिक रहा है। मुनाफा कमाने जिंदगी से खिलवाड़ आपको बता दें कि थोड़े से मुनाफ के लिए ये आलू के व्यापारी आमजन की जिंदगी से खिलवाड़ करने से भी नहीं बच रहे। स्थिति यह है कि मंडी में जो व्यापारी सीमेंट लगाकर आलू बेच रहे हैं, वे खुद इन्हें बेचते समय हाथों में दस्ताने पहन रहे हैं। इसका कारण यह है कि सीमेंट लगे आलू को बार-बार हाथ लगाने से हाथ कट-फट जाते हैं, जिससे हाथों में जलन होती है। वहीं आलू पर लगाया गया सीमेंट भी हाथों के जरिए पेट तक पहुंच जाता है। ऐसे में सीमेंट से होने वाले नुकसान से बचने के लिए ये लोग खुद दस्ताने पहनकर उन्हें बेच रहे हैं। लेकिन इन्हें लोगों की जिंदगी की कोई परवाह नहीं। वहीं इन आलूओं पर न तो मंडी प्रबंधन ध्यान दे रहा है और न ही फूड विभाग।
डॉक्टर्स की बात सुनकर रह जाएंगे हैरान
ये आलू आपकी सेहत के लिए कितने खतरनाक हैं, जब इस पर डॉक्टर्स से बात की गई तो उनका कहना है कि मिलावटी चीजें आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। कई बार कुछ केमिकल की मिलावट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां दे सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि ऐसी सब्जियां खाने से पहले विशेष सावधानी बरतें। आलू छील कर ही बनाएं, छिलका कर रहा बीमार जीआरएमसी के मेडिसिन विभाग के डॉ. मनीष शर्मा का कहना है कि आलू में सीमेंट या पाउडर का छिड़काव गंभीर बीमारी का कारण सकता है। दरअसल ज्यादातर लोग आलू बिना छिले ही खाना पसंद करते हैं। ऐसे में यदि सीमेंट लगा आलू इस्तेमाल किया जा रहा है, तो थोड़ा-थोड़ा केमिकल उनके पेट में पहुंच रहा है। यह केमिकल आंत का कैंसर, पेट में सूजन, हाजमा खराब, उल्टी-दस्त की शिकायत, पेट में दर्द आदि परेशानियां देख सकते हैं। उनका कहना है कि यह देखने में भी आया है कि कुछ समय से पेट संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रहे हैं।
डॉक्टर्स ने बताया कैसे करें यूज
डॉक्टर्स का कहना है कि पेट में सीमेंट जाएगा, तो यह पथरी का कारण बन सकता है। इससे लीवर और किडनी डैमेज हो सकती है और गैस्ट्रो से संबंधित परेशानी का कारण बनता है। कुछ समय से गैस्ट्रो संबंधी परेशानी लोगों में बढ़ी है। इसलिए आलू को छीलने के बाद ही सब्जी बनाएं तथा सब्जी बनाने से पहले उसे 20 मिनट के लिए खाने के सोडे और नमक के पानी में भिगोकर रखें। उसके बाद साफ पानी से अच्छी तरह से धोकर ही सब्जी बनाएं।
कोल्ड स्टोर से ही आ रहा सीमेंटेड आलू
इन दिनों मंडी में आने वाला आलू सीधे कोल्ड स्टोर से आ रहा है। ग्वालियर लक्ष्मीगंज सब्जी मंडी में यूपी के इटावा, कन्नौज, बदायूं सहित दूसरे कई शहरों से आलू आता है। सब्जी विक्रेता यतेंद्र बताते हैं कि इस समय डायमंड और हीरा चंबल नाम का आलू सस्ता आ रहा है। इसकी थोक में कीमत करीब 12 से 14 रुपए है, लेकिन बिकता 18 से 20 रुपए किलो है। यह सुन्दर और ताजा दिखता है। असल में इस पर लगाया जाने वाला सीमेंट पाउडर इसके दाग-धब्बों को छिपा लेता है। सीमेंट लगा यह आलू कोल्ड स्टोर से ही आ रहा है। वे बताते हैं कि मैं दस्ताने इसलिए पहने हुए हूं कि मेरे हाथ सुरक्षित रहें, कटे-फटे नहीं।
मौसमी सब्जी के अलावा सभी में केमिकल का यूज
थोक व्यापारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मौसमी सब्जियां जैसे अरबी, कद्दू, लौकी, तोरई, ककोरा आदि सब्जियां ही बाजार में ठीक इन पर बेहद कम केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन बेमौसम मिलने वाली सब्जियों को खराब होने से बचाने के लिए उन पर केमिकल का छिड़काव किया जाता है। वहीं बारिश के सीजन में पत्तेदार सब्जियां नहीं खाई जातीं। पुराने लोग और खुद डॉक्टर्स भी पत्तेदार सब्जियां खाने से परहेज करने को कहते हैं। वहीं डॉक्टर्स की सलाह ये भी है कि चाहे जो सब्जी बना रहे हों, उनका इस्तेमाल अच्छी तरह से धोने के बाद ही करें।
बड़े शहरों में प्रतिबंधित
एक थोक व्यापारी का कहना है कि इन दिनों यूपी से आने वाले आलू में सीमेंट का पाउडर लगा हुआ आ रहा है। यह पाउडर आलू को फ्रेश और सुंदर दिखाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि साधारण आलू भी जीएम आलू की तरह नजर आए। यह आलू की एक किस्म का नाम है, जो सबसे अच्छा माना जाता है। इसके रेग्यूलर यूज से सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। लेकिन न तो फूड विभाग और न ही मंडी प्रबंधन इस पर ध्यान ही नहीं दे रहा है। जबकि यह सीमेंटेड आलू दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में प्रतिबंधित किया गया है।
Updated on:
02 Aug 2023 12:48 pm
Published on:
02 Aug 2023 12:47 pm
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