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Sms से पहले एडी लिखे होने का यह है मतलब, ऐसे मैसेजाें से रहें ​हमेशा सावधान

- बैंक खाता और क्रेडिट-डेबिट कार्ड ब्लॉक होने का फर्जी एसएमएस भेजकर धोखाधड़ी - सावधान! एसएमएस के पहले अगर एडी लिखा है तो समझ जाएं मैसेज फर्जी है

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भोपाल। साइबर धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों ने अब फर्जी तरीके से टेलीफोन पर गुमराह करने का तरीका बदल दिया है। आरोपी अब आपके बैंक रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बाकायदा बैंक की तकनीकी भाषा में एसएमएस बनाकर भेज रहे हैं। मोबाइल पर आने वाले इस एसएमएस के पहले यदि अंग्रेजी में एडी अक्षर लिखे हैं तो आप समझ जाएं कि ये फर्जी संदेश है। बल्क एमएमएस भेजने वाले ऑन लाइन प्लेटफार्म ने मैसेज की पहचान के लिए ये तरीका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

आमतौर पर इन एमएमएस में लिखा होता है कि आपका बैंक खाता या बैंकिंग एप्लीकेशन बंद होने वाला है एवं आपको ब्रांच में आना होगा। ग्राहक की सहूलियत के लिए आरोपी एसएमएस के नीचे एक लिंक भेज देते हैं। जागरूकता के अभाव में लोग इस लिंक पर जाकर जानकारियां दे देते हैं और ठगी का शिकार होते हैं।

केस 01
नर्मदापुरम रोड में रहने वाले धीरज अहिरवार के मोबाइल पर संदेश आया कि उनका बैंक खाता बंद होने वाला है। भेजे गए लिंक पर संपर्क करने से वह धोखाधड़ी का शिकार हुए और उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए गए।

केस 02
कोलार में रहने वाले गजेंद्र बघेल योनो एप्लीकेशन चलाते हैं। उन्हें मोबाइल पर एसएमएस आया कि उनका एप्लीकेशन ब्लॉक होने वाला है। भेजे गए लिंक पर संपर्क करने से बैंक खाते से पैसे निकाल लिए गए।

ऐसे करें धोखाधड़ी से बचाव
मोबाइल पर बैंक संबंधित एसएमएस आने पर सबसे पहले अपनी व्यक्तिगत जानकारी की जांच कर लें कि वह सही बता रहा है या गलत।

यदि आप की कुछ जानकारियां सही प्रतीत हो रही है तो सबसे पहले अपनी होम ब्रांच में जाकर संपर्क करें।

अनजान एसएमएस या टेलीफोन कॉल पर किसी भी प्रकार की पहचान बताने के बावजूद आप अपनी बैंक से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारियां साझा नहीं करें।

एसएमएस के माध्यम से अपनी दिए गए लिंक एक प्रकार का फिशिंग सॉफ्टवेयर होते हैं। इसे किसी भी सूरत में खोलने का प्रयास नहीं करें।

साइबर धोखाधड़ी होने की स्थिति में साइबर क्राइम ब्रांच से संपर्क करें एवं मोबाइल नंबर 9479990636 पर सूचना देकर बैंक खाता फ्रीज करवाएं।


बैंकिंग सिम पर एकाउंट बंद होने जैसे मैसेज फर्जी होते हैं। बैंक जाकर ऐसे मामलों में तत्काल जानकारी साझा करने की जरूरत है।
- अमित सिंह, डीसीपी, क्राइम ब्रांच

इधर, बिजली बिल जमा करने के नाम पर वन विभाग के अफसर के खाते से उड़ाए तीन लाख रुपए

राजधानी के बावड़िया कला क्षेत्र में रहने वाले वन विभाग के रिटायर्ड अधिकारी के साथ जालसाजों ने बिजली का बिल जमा करने के नाम पर तीन लाख रुपए की धोखाधड़ी कर डाली। फरियादी को झांसे में लेकर जालसाजों ने उनके मोबाइल का एक्सेस अपने कब्जे में ले लिया था। उनके खाते में 13 लाख रुपए थे।

जालसाजों ने उनके खाते से एक किश्त में तीन लाख रुपए निकाले। तीन लाख रुपए निकाले जाने का मैसेज मिलते ही अधिकारी ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया, जिस कारण जालसाजों को उनके मोबाइल का एक्सेस बंद हो गया और खाते में जमा 10 लाख रुपए बच गए।

साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस के अनुसार रिटायर्ड अफसर केशव सिंह बावड़िया कला क्षेत्र में रहते हैं। उनके मोबाइल में 30 जुलाई को एक मैसेज आया कि आपके मकान का बिजली का बिल बकाया है। बिल जमा नहीं होने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा। अगर बिल जमा करना चाहते हैं, तो तुरंत इस मैसेज में दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करें।

फरियादी ने मोबाइल नंबर पर संपर्क किया। तो जालसाज ने खुद को बिजली कंपनी का अधिकारी बताते हुए तुरंत बिल जमा करने को कहा। फरियादी ने कहा कि कार्यालय जाकर पैसा जमा करना संभव नहीं हो पा रहा है। इस पर एक जालसाज ने दूसरे जालसाज से बात कराई और उसे बिजली कंपनी का बड़ा अधिकारी बताया। जालसाजों ने मदद के बहाने उनका मोबाइल हैक कर लिया और तीन लाख रुपए ठग लिए।

एक महीने में 20 से ज्यादा मामले-
साइबर क्राइम का कहना है कि बिजली कनेक्शन काटने एवं बकाया राशि होने के नाम पर पिछले 1 महीने के दौरान 20 से ज्यादा मामलों में लोगों के खाते से पैसे निकाले गए हैं। लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। बिजली कंपनी भी उपभोक्ताओं को मैसेज भेज कर लोगों को सर्तक कर रही है।