खबर है कि यादवेंद्र सिंह के साथ ही सतना जिले की नागौद विधानसभा क्षेत्र के कई नेता भी गुरुवार को सुबह भोपाल पहुंचकर भाजपा की सदस्यता लेने वाले हैं। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष लालचंद गुप्ता भी भाजपा में जा सकते हैं। हाल ही में उन्होंने पार्टी के सीनियर नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया। लालचंद गुप्ता सीधी जिले के कद्दावर नेताओं में शामिल हैं। गुप्ता कहते हैं कि पांच साल उपाध्यक्ष रहने के बावजूद आज भी अपने नेताओं से मिले से पहले परिचय देना पड़ता है। सभी सीनियर स्वार्थी हो गए हैं। ऐसे में वे असहज महसूस कर रहे हैं। इधर, गुप्ता की जगह पर कांग्रेस ने राजेश मिश्रा को जिले की कमान सौंप दी थी। गुप्ता इसी बात से आहत भी हैं। गुप्ता भी भाजपा में गुरुवार को सुबह सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज यादवेंद्र सिंह बसपा में चले गए थे। तब उन्होंने कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यादवेंद्र सिंह ने कमलनाथ के खिलाफ गुस्से का इजहार करते हुए कहा था कि मैं दावा नहीं कर रहा हूं कि मैं कितनी सीटों पर नुकसान पहुंचाउंगा, लेकिन मैं जिले में कुछ न कुछ जरूर करूंगा और कमलनाथ को मजा चखाऊंगा।
यादवेंद्र सिंह ने कहा था कि उन्हें बहुत घमंड हो गया है। इस्तीफा देने के बाद भी पार्टी का कोई नेता पूछने नहीं आया। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने कह दिया था कि आप तैयारी करें। मैं निरंतर पार्टी की तरफ से सेवा करता रहा। मैं कांग्रेस का राइट हैंड था, फिर भी मेरे साथ ऐसा हुआ है। मैंने कांग्रेस की सेवा की और मेरे साथ ऐसा किया।