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सिंधी महाकुंभ में मोहन भागवत बोले- हम सिंध को नहीं भूल सकते, शिवराज बोले- पूरा हिन्द भी सिंधियों का

भोपाल में सिंधी समाज के कार्यक्रम में पहुंचे आरएसएस प्रमुख और शिवराज सिंह चौहान...। देखें अपडेट्स...।

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भोपाल

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Manish Geete

Mar 31, 2023

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भोपाल। शहीद हेमु कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष पर देश-दुनिया के सिंधी समाज के लोग भोपाल में जुटे हैं। 2015 के बाद सिंधी समाज का यह महाकुंभ हो रहा है, जिसमें 80 हजार से अधिक लोग शामिल हुए हैं। इस आयोजन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद हैं।

शहीद हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष पर देश-दुनिया के सिंधी समाज का महाकुंभ शुक्रवार को भेल दशहरा मैदान पर हुआ। भारतीय सिंधु सभा के बैनर तले यह आयोजन हो रहा है। सिंधु सभा का गठन 1979 में हुआ था। इसे आरएसएस का अनुषंगिक संगठन माना जाता है। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से सिंधी समाज की जाने-माने हस्तियां शामिल हुई हैं। इसमें लेखक, बालीवुड एक्टर, संगीतकार, समाज सेवी, बिजनेस टाइकुन, डाक्टर, पद्मश्री आदि का सम्मान भी किया गया।


Live Updates

5.20 Pm

कांग्रेस का तंज, फूले से सजे मंच पर बैठे हैं इंदौर सांसद

आरएसएस चीफ मोहन भागवत और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधी समाज के इस आयोजन में इंदौर घटना पर दुख व्यक्त किया। इस बारे में अपनी संवेदना भी प्रकट की, लेकिन इसी आयोजन में मंच पर बैठे भाजपा के इंदौर सांसद शंकर लालवानी को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस प्रवक्ता पीयुष बबेले ने ट्वीट के जरिए कहा है कि इंदौर शहर में सिंधी समाज के मंदिर में दुर्घटना में 36 लोगों की मृत्यु हो गई और इंदौर से भाजपा के सांसद शंकर लालवानी भोपाल में फूलों से सजे मंच पर बैठे हैं। क्या इन्हें इंदौर में नहीं होना चाहिए था? बीजेपी को सिंधी समाज से सिर्फ वोट की दरकार है, संवेदना नहीं।

5.11 Pm

मोहन भागवत का संबोधन खत्म।

5.10 pm

आरएसएस प्रमुख ने कहा कि सिंधू, सिंध और सिंधी बढ़ेगा, रहेगा और चमकेगा। जो प्रयोजन भगवान ने विश्व में उत्पत्ति का जो दिया है, हम चलते रहेंगे। हम अपने स्वार्थों के साथ नहीं रहते, हम इस विश्व के सारे नाटक में हमारा कहां प्रयोग है, उस प्रयोजन में हम चलते हैं।

5.04 pm

भागवत ने कहा कि हेमू कालानी की अकूत देशभक्ति को ध्यान में रखना। संकुचित स्वार्थों को छोड़कर सारे देश के साथ एकाकार होते हुए। उन्होंने जो तैयारी की थी वैसा होने का प्रयास करना। दूसरी आवश्यकता है, यह भारत केवल जमीन का नाम नहीं है, सिंध केवल जमीन का नाम नहीं है। सिंध का एक स्वभाव है, सिंध का एक परंपरा है, सिंध की कहने और संस्कृति को प्रकण करने की एक परंपरा है। अपने घर में अपना पूजन चले। अपने घर में अपनी सनातन परंपरा का गौरव बना रहे। जमीन से उखड़ गए तो कोई भी आकर इधर से उधर ले जाए ऐसा नहीं चलेगा। हम अपनी खुदी को बनाए रखे। जो उस (पाकिस्तान) तरफ थे उन्हें तो सब पता है। जो यहां जन्मे है उसे उस अपनत्व से अवगत कराना होगा कि हम कौन थे और क्या बनना है। इसलिए समाज के लोगों को कदम से कदम बढ़ाना है।

मोहन भागवत ने कहा कि 1947 से पहले वह भारत था। सिंधु संस्कृति थी। कोई कहेगा तो बताना पड़ेगा। भारत खंडित हो गया, उसे बसाना पड़ेगा। हम आ गए, पर मन से नहीं छोड़ा। भारत कहें तो हम सिंधु नदी को नहीं भूल सकते। ये नाता नहीं तोड़ सकते। हम कुछ नहीं भूलेंगे। क्योंकि यह कृत्रिम विभाजन है।

5.00 pm

मोहन भागवत ने कहा कि मैं यह नहीं करता कि पाकिस्तान पर आक्रमण कर दें। हम वैसी संस्कृति से नहीं हैं। हम उस संस्कृति से हैं कि हम जी जान से मुंह तोड़ जवाब तो दे ही सकते हैं। भारत से ही आप भारत से आए हैं। जहां से आप आए, वहां बसाना पड़ेगा। जैसे मैं नागपुर में। आप दोनों तरफ का भारत जानते हो। आप वहां भारत को बसा सकते हो।

4.50 pm

हम सिंधू और उसके पहले की सभ्यता को भूल नहीं सकते

मोहन भागवत ने कहा कि हम अपने आप को भारत कहें तो सिंधू सभ्यता को नहीं भूल सकते। हम तो उसके भी पहले जाते हैं तो हमारी महाभारत में, रामायण में वहां की राजा और प्रजा का वर्णन मिलता है। सिंधू सुक्त है, जिसे हम कैसे भूल सकते हैं। यह नाता हम नहीं तोड़ सकते। हम उस सिंध प्रदेश को नहीं भूलेंगे, अपनी भाषा, अपनी भूषा, अपा भजन, कहां-कहां तीर्थों पर जाते थे, हम भूलेंगे नही। क्योंकि यह विभाजन कृत्रिम है।

4.48 Pm
मोहन भागवत ने कहा कि कल मैं वाराणसी के गंगा घाट पर था। इंदौर की घटना से में दुखी हो गया। मैंने वहीं श्रद्धांजलि अर्पित की।

4.46 pm

संघ प्रमुख मोहन भागवत का संबोधन शुरू।

4.37 pm

आवासीय पट्टे दिए जाएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदर्शनी जो लगाई है यह तो हट जाएगी, लेकिन हम मध्यप्रदेश में आपसे चर्च करके ऐसा संग्रहालय बनाए जाएंगे, जो सिंधी संस्कृति का संग्रहालय मध्यप्रदेश में बनाया जाएगा। चौहान ने कहा कि एक कष्ट है, एक दर्द है, जो हम व्यक्त करते हैं। सिंधी पट्टों की समस्या का समाधान। कई दिनों से बात चल रही है, प्रमाण मांगते हैं। कई सबूत और प्रमाण नहीं है। आज मैं एक साथ, चाहे, कटनी हो, जबलपुर, भोपाल हो या इंदौर हो, कोई भी शहर है। हम 1614 वर्ग फीट के जो मकान बने हैं, जो उसकी गाइडलाइन रेट हैं, अब उसे एक प्रतिशत मूल्य देकर यह पट्टे स्थाई रूप से दे देंगे। आपका वैधानिक अधिकार हो जाएगा। आज ही इसेक आदेश निकालने की व्यवस्था कर दी है।

4.30 pm

मुख्यमंत्री ने की घोषणा

मध्यप्रदेश की स्कूली शिक्षा में महाराज दाहिर सेन, हेमू कालानी, कंवर राम का जीवन चरित्र बढ़ाया जाएगा। सिंधु दर्शन यात्रा के लिए अनुदान कृषि लोगों का अर्थ यात्री को ₹25000 अनुदान दिया जाएगा। हिंदी साहित्य अकादमी का बजट 5 करोड़ किया गया। भोपाल में मनमोहन टेकरी पर हेमू कालानी की प्रतिमा लगेगी। इंदौर, जबलपुर में भी प्रतिमा लगाने के लिए स्थान देखा जाएगा। प्रदेश में सिंधी संस्कृति को दर्शाने वाला एक संग्रहालय बनाया जाएगा। सिंधी पट्टों का भी समाधान किया गया। इसमें वर्तमान गाइडलाइन रेट से 1% रेट लेकर स्थाई पट्टे जारी किए जाएंगे।

4.21 pm

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने सिंध को छोड़ा अब पूरा हिन्द आपका है।

4.20pm
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संबोधन।

4.10 pm
सिंधी समाज के संत और महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम ने कहा कि समाज के मंदिर पर 3 महीने पहले इंदौर में हमला हुआ था। इस प्रकरण में समाज जब पुलिस के पास गया तो उनकी नहीं सुनी गई। आज भी इस मामले में कुछ नहीं मुख्यमंत्री इस पर ध्यान दें। इस पर सीएम ने इंदौर के सांसद लालवानी को बुलाकर वस्तुस्थिति जानी। इसके बाद सीएम ने अपने पीसीओ से इंदौर की घटना को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क करने और इंदौर में सिंधी मंदिर पर हुए हमले की घटना की जानकारी लेने को कहा।

3.50 pm
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बालीवुड की दुनिया में नाम कमाने वाले हेलमेट, डबल एक्सल, ओटीटी पर छाने वाले सतराम रमानी का भी सम्मान किया गया। इसके अलावा तितलियां नामक एनजीओ से अनिता गुरनानी का सम्मान किया। इन्होंने हर घर शिक्षा, घर-घर शिक्षा का उद्देश्य रखा।

3.47 pm
सिंधी समाज के जाने-माने लोगों का सम्मान
सिंधी समाज के जाने माने कैंसर स्पेशलिस्ट डाक्टर पद्मश्री आडवाणी का स्वागत मोहन भागवत ने किया। इंदर जयसंघानी का अभिनंदन किया। जाने-माने बिजनेस टाइकुन राम बक्षानी का स्वागत किया। वे दुबई में रहते हैं और सिंधी समाज के लिए हमेशा तत्परता से मौजूद होते हैं। सिंधी समाज के शाह लतीफ का भी सम्मान किया गया। इन्होंने कई हिन्दी और सिंधी फिल्मों में संगीत दिया है। भजन और गीतों की भी रचना की है। महेश चंद्रजी का सम्मान किया गया। इन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की कविता को संगीतबद्ध किया था।

3.30 pm
संघ प्रमुख मोहन भागवत का स्वागत किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे।

3.20 pm
संघ प्रमुख ने उपस्थित जन सामान्य का अभिनंदन कर अपना स्थान ग्रहण किया।

3.13 pm
कार्यक्रम की शुरुआत। मंच पर पहुंचे अतिथि।

2.00 pm
कार्यक्रम में अतिथियों के आने में विलंब। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इंदौर दौरे पर हैं। वे थोड़ी देर में कार्यक्रम में पहुंचेंगे।

सिंधी समाज का सबसे बड़ा आयोजन

भारतीय सिंधु सभा के भगवान दास सबनानी का दावा है कि देश में यह सिंधी समाज का सबसे बड़ा आयोजन है। शहीद हेमू कालाणी के जन्म शताब्दी वर्ष से कार्यक्रम जुड़ा है, इसलिए राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत है। सभा की राष्ट्रीय इकाई सिंधी महाकुंभ में विभाजन के दर्द की कहानी भी इस आयोजन के जरिए लोगों को बताई जाएगी।