
noise pollution
भोपाल। राजधानी में पिछले कई सालों से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। हवा की स्थिति भी चिंताजनक है। अब ध्वनि प्रदूषण के आंकड़े और चिंता बढ़ाने लगे हैं। प्रदेश में भोपाल के हमीदिया रोड पर सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण है। यहां ज्यादातर दिन में ध्वनि प्रदूषण का स्तर 100 डेसिबल के ऊपर है। विशेषज्ञों की माने तो 80 डीबी से ज्यादा ध्वनि का स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। बता दें, इस इलाके को साइलेंस जोन घोषित किया गया है। यानी, अस्पताल होने के कारण यहां 50 डेसिबल से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
वहीं, राज्य के 10 सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषित स्थानों में टॉप-4 क्षेत्र भोपाल में ही है। बैरागढ़ ध्वनि प्रदूषण में दूसरे स्थान पर है। अरेरा कॉलोनी का पर्यावरण परिसर तीसरे और गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र चौथे स्थान पर है। यह जानकारी हाल ही में विधानसभा में पेश की गई ।
विधायक प्रदीप पटेल ने पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग से राज्य में वायु, जल, ध्वनि प्रदूषण के मामले में टॉप-10 स्थानों के बारे में जानकारी मांगी थी। इस जानकारी के मुताबिक ध्वनि प्रदूषण में राज्य में भोपाल पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर इंदौर है। इतना ही नहीं, इंदौर जल प्रदूषण में टॉप पर है। सिंगरौली में आबोहवा भी सबसे ज्यादा प्रदूषित है।
पर्यावरण परिसर की हवा सबसे दूषित
वायु प्रदूषण में भी राज्य में भोपाल का पर्यावरण परिसर चौथे नंबर है। सिंगरौली दूसरे और ग्वालियर तीसरे स्थान पर है। भोपाल में 2022 में एक्यूआइ 190 दिन 100 से ऊपर रहा। यानि हवा की स्थिति चिंताजनक रही। 2021 में ये 150 दिन रहा। एक्यूआइ का आंकड़ा अच्छे से लगातार कम हो रहा है।
संगरौली में आबोहवा भी सबसे ज्यादा प्रदूषित
ब्रजेश शर्मा, रीजनल मैनेजर, एमपीपीसीबी का कहना है कि भोपाल में वायु-ध्वनि प्रदूषण बढ़ा है। अलग-अलग क्षेत्रों में मानकों से ज्यादा रीडिंग है। ध्वनि प्रदूषण पर कारवाई करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस कारवाई अधिकृत है। हम डेटा एनालिसिस करके विभागों को सूचित करते हैं।
Published on:
20 Mar 2023 04:19 pm
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