700 करोड़ ठेकेदारों के बकाया
मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के ठेकेदारा काम में रुचि नहीं ले रहे। तत्कालीन एमडी मनीष सिंह ने ट्रायल रन के लिए दोगुने मजदूरों को काम पर लगावाया था, लेकिन अब 20 प्रतिशत मजदूर भी काम नहीं कर रहे हैं। इस समय पूरे प्रोजेक्ट में बमुश्किल 100 से 150 मजदूर काम कर रहे हैं, जबकि इनकी संख्या 600 से 700 के बीच रहती है। ट्रायल रन के पहले 1000 से 1100 मजदूरों को लगाया हुआ था।
काम की गति धीमी
काम की धीमी गति की स्थिति रानी कमलापति से सुभाषब्रिज तक के मेट्रो स्टेशन पर देखी जा सकती है। अक्टूबर 2023 के पहले इन स्टेशनों को पूरी तरह से तैयार होने की घोषणा की जा चुकी थी। दावा था कि सिर्फ कुछ इंटीरियर काम बचा है, लेकिन मौजूदा स्थिति में इनके अंदर और बाहर की सेंटिंग ही नहीं हट पाई।
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