
Board Exam
भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) मध्यप्रदेश ने दसवीं-बारहवीं की परीक्षा में नकल को रोकने के लिए इस बार कई बड़े बदलाव किए हैं। छात्र-छात्राओं को एक्सट्रा कॉपी नहीं देने के आदेश के बाद अब माशिमं ने ऐसी कॉपियों को नकल की श्रेणी में रखने का निर्णय लिया है, जिनकी सिलाई उखड़ी होगी। वहीं, परीक्षा केंद्रों पर टेंट हाउस से किराए पर लेकर फर्नीचर की व्यवस्था नहीं की जाएगी। इस संबंध में मंडल ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
कांपियों का नहीं किया जाएगा मूल्यांकन
माशिमं की दसवीं-बारहवीं परीक्षा के जारी निर्देशों में कaहा गया है कि परीक्षा केंद्र पर प्रतिदिन उपयोग की जाने वाली उत्तरपुस्तिका पर आवश्यक पद मुद्रा अंकित कर तैयार करना होगी। ऐसी उत्तरपुस्तिका छात्रों द्वारा जमा की जाती है, तो उसका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। वहीं, मंडल ने साफ कर दिया है कि परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने के एक दिन पहले सभी व्यवस्था कर ली जाए। फर्नीचर की कमी होने पर पास के स्कूलों से परिवहन फर्नीचर की व्यवस्था की जाए। किसी भी दशा में फर्नीचर की व्यवस्था टेंट हाउस से किराए पर नहीं की जाएगी। फर्नीचर परिवहन एवं अन्य व्यवस्था के लिए सभी जिला कलेक्टरों को एक लाख रुपए की राशि अलग से दी जा रही है।
19 लाख से ज्यादा बच्चें देंगे परीक्षा
मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा एक मार्च से शुरू हो रही है। दोनों परीक्षा में इस बार 19 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे। दसवीं में कुल 9 लाख 65 हजार 166 विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रदेश भर में दसवीं के परीक्षा केंद्र 3851 व बारहवीं में 3619 बनाए गए है। इसमें सरकारी स्कूल 3099 व प्रायवेट स्कूल 753 शामिल है। जबकि राजधानी में दसवीं-बारहवीं के लिए 103 परीक्षा केंद्र रहेंगे।
श्रीकांत बनोठ, सचिव मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल का कहना है कि परीक्षा केंद्रों पर कमी होने पर फर्नीचर की व्यवस्था पास वाले स्कूल से करना होगी। इसके परिवहन के लिए सभी जिला कलेक्टरों को एक-एक लाख रुपए की राशि दी जा रही है।
Published on:
23 Feb 2023 03:43 pm
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