मध्यप्रदेश के जबलपुर, भोपाल और रतलाम रेल मंडल के कर्मचारियों के लिए दिल्ली से बड़ी खबर आई है। मोदी सरकार की कैबिनेट ने सभी कर्मचारियों को 78 दिन का वेतन बोनस के रूप में देने की घोषणा की है। केंद्रीय कैबिनेट ने कहा है कि नॉन गजेटेड रेल कर्मचारियों को यह बोनस दिया जाएगा। यानी रेलकर्मियों को 17,951 रुपए बोनस दिया जा रहा है।
हाल ही में दिल्ली में रेलवे के कर्मचारियों की मान्यता प्राप्त फेडरेशन और रेल मंत्रालय के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया।
यह भी है खास
-5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव 2019 ने के लिए भी इस तोहफे को बड़ा अहम माना जा रहा है।
-हालांकि हर साल दशहरे से पहले 12.26 लाख रेल कर्मचारियों को बोनस का भुगतान किया जाता है।
-30 अप्रैल 2017 और इसके बाद सेवानिवृत्त होने वाले रेल कर्मचारियों को भी बोनस का लाभ मिलेगा।
-रेलवे कर्मचारियों में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) के कर्मचारी भी शामिल हैं।
-यह बोनस नॉन गजेटेड कर्मचारियों को ही मिलते हैं।
यह है पश्चिम मध्य रेलवे
भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने 4 जुलाई 2002 को पश्चिम मध्य रेलवे का गठन किया था। इसी दिन से यह अस्तित्व में आ गया था। रेल मंडल का मुख्यालय जबलपुर है। पश्चिम-मध्य रेलवे को मध्य रेल के जबलपुर, भोपाल मंडल और पश्चिम रेलवे के कोटा मंडल को मिलाकर गठित किया गया है। इसके अलावा रतलाम रेल मंडल भी है जो भोपाल जिले की सीमा तक लगता है। पहले यह मंडल बैरागढ़ रेलवे स्टेशन तक लगता था, जिसे अब भोपाल रेल मंडल में शामिल कर लिया गया है।