20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव, परीक्षार्थी 5 पेपर में ही हो जाएंगे पास

MP board exam एमपी में बोर्ड परीक्षा MP Board Exam में बड़ा बदलाव हुआ है।

2 min read
Google source verification
MP board

MP board

एमपी में बोर्ड परीक्षा MP Board Exam में बड़ा बदलाव हुआ है। इसके अंतर्गत परीक्षार्थी 5 पेपर में ही पास हो जाएंगे। हाईस्कूल यानि 10वीं क्लास के 6 प्रश्नपत्रों में से किसी एक में फेल हो जाने पर भी वे पास माने जाएंगे। दरअसल एमपी बोर्ड ने हाईस्कूल के छात्रों के लिए बेस्ट ऑफ फाइव योजना फिर लागू कर दी है। बोर्ड परीक्षार्थियों का मानसिक तनाव कम करने और कमजोर विषयों में राहत देने के उद्देश्य से यह योजना दोबारा लागू की गई है।

एमपी के स्कूल शिक्षा विभाग ने अप्रैल 2024 में एक अधिसूचना जारी कर बेस्ट ऑफ फाइव योजना रद्द कर दी थी। अब इसे फिर से लागू किया गया है। एमपी बोर्ड की 10 वीं क्लास की परीक्षा के लिए बेस्ट ऑफ फाइव योजना को लागू कर दिया गया है।

एमपी बोर्ड की 10वीं के 6 प्रश्नपत्रों में से 5 में ही उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थी भी बेस्ट ऑफ फाइव योजना के अंतर्गत पास माने जाएंगे। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार 10वीं की बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों के बेहतर प्रदर्शन और सफलता की अधिक संभावना प्रदान करने के लिए यह योजना लागू की गई है।

यह भी पढ़ें: एमपी में मृत भाभी सपने में आई तो देवर ने खोद डाली कब्र, जानें अल्लाह के आदेश का पूरा सच…

कैसे लागू होती है बेस्ट ऑफ फाइव योजना

  1. 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 6 अनिवार्य विषयों की परीक्षा होती है।
  2. परीक्षार्थियों को इनमें से 5 विषयों में न्यूनतम उत्तीर्ण अंक (सामान्यत: 33% अंक) लाने होंगे।
  3. यदि कोई परीक्षा​र्थी किसी एक विषय में कमजोर रह जाता है, तो वह अन्य 5 विषयों में अच्छे अंक लाकर पास हो सकता है।

इन्हें मिलेगा लाभ
बेस्ट ऑफ फाइव योजना से खासतौर पर ऐसे परीक्षार्थी लाभान्वित होंगे जो किसी एक विषय में कमजोर होते हैं लेकिन अन्य विषयों में अच्छे अंक लाते हैं।

क्यों किया था रद्द
अप्रैल 2024 में बेस्ट ऑफ फाइव योजना रद्द कर दी गई थी। तब कहा गया था कि बोर्ड परीक्षार्थियोें को सभी विषयों में समान रूप से मेहनत करने और ध्यान देने के लिए प्रेरित करने के लिए ऐसा किया गया।