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CM कमलनाथ ने लिया एक्शन, जिन पर लगे थे आरोप उनका किया तबादला – देखें लिस्ट

CM कमलनाथ ने लिया एक्शन, जिन पर लगे थे आरोप उनका किया तबादला - देखें लिस्ट

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CM Kamal Nath transferred

CM Kamal Nath transferred


भोपाल. मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिला छिंदवाड़ा से एक साथ 9 पुलिस निरीक्षकों को हटाकर शनिवार को पुलिस मुख्यालय से अटैच कर दिया। ज्यादातर पर विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम करने का आरोप है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से 11 पुलिस निरीक्षक, एक रक्षित निरीक्षक, 5 उप निरीक्षक और दो सूबेदारों को छिंदवाड़ा भेजा गया है। पुलिस मुख्यालय से जारी सूची में छिंदवाड़ा में कुल 28 टीआइ व उप निरीक्षकों के तबादले किए गए।

राज्य सायबर सेल मुख्यालय भोपाल से टीआइ मनीष राज सिंह भदौरिया, मंडला से सियाराम सिंह, लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर से मनोज गुप्ता, दमोह से अनिल कुमार सिंह, मंडला से सतीश कुमार पटेल, रतलाम से प्रीतम सिंह तिलगाम, देवास से राजेश सिंह चौहान, बालाघाट से प्रशांत कुमार यादव, इंदौर से हितेंद्र राठौर, दतिया से अनिल कुमार शर्मा, छतरपुर से कंवलजीत सिंह रंधावा को छिंदवाड़ा जिले में निरीक्षक बनाया गया है।

अलीराजपुर से आरआइ दिनेश बेन, जीआरपी भोपाल से सूबेदार अभिषेक सिंह रघुवंशी, भोपाल से सूबेदार नागेंद्र कांत सिंह, बालाघाट से सब इंस्पेक्टर सौरव पांडे, होशंगाबाद से बृजेंद्र सिंह, हरदा से अनुराग लाल, सायबर सेल भोपाल मुख्यालय से रजनी सिंह ठाकुर और सागर से हरीराम मानकर को छिंदवाड़ा जिले में पदस्थ किया गया है।

इन्हें हटाया

छिंदवाड़ा से हटाकर जिन्हें पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है, उनमें शशि धुर्वे हर्रई, सुरेंद्र कुमार मेहरा छिंदवाड़ा पुलिस कंट्रोल रूम, कुंवर सिंह मरावी सीएम सुरक्षा, मंगल सिंह धुर्वे तामिया, सुमेर सिंह जगेत दमुआ, अर्चना जाट सौंसर, राजेंद्र सिंह मर्सकोले रावनवाड़ा, समरजीत सिंह परिहार कोतवाली और कालूराम सिलाले लावा घोघड़ी थाना में टीआइ थे।

आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले शिक्षक को सीएम ने किया माफ

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले शिक्षक मुकेश तिवारी को माफ करते हुए उनका निलंबन वापस ले लिया हैं। यह कदम उठाते हुए कमलनाथ ने कहा, लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है। सरकारी नौकरी में तिवारी का आचरण नियमों का उल्लंघन था, इसलिए उन्हें निलंबित करना पड़ा। वे जबलपुर के सरकारी बुनियादी स्कूल में प्रिंसिपल हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वे सीएम को डाकू कहते हुए दिख रहे हैं। उधर, तिवारी का कहना है कि उन्हें दबाव में निलंबित किया गया था। मुझे भरोसा था कि निलंबन वापस होगा। वे सेवा भारती के सचिव भी हैं।