मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान अलग ही मूड में नजर आए। उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि वे बजट अभिभाषण में हिस्सा नहीं लेते हैं और जीतू पटवारी इसका विरोध करते हैं। पहले मुझे आश्वास्त किया था कि कांग्रेस विरोध नहीं करेगी। लेकिन, बाद में कांग्रेस के सभी विधायक वेल में आकर प्रदर्शन करते हैं और बजट भाषण ही नहीं सुनते हैं।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब बजट सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों ने वेल में प्रदर्शन किया हो। यह पहला मौका है जब राज्यपाल के अभिभाषण में नेता प्रतिपक्ष ने भाग नहीं लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथजी एक साथ कई भूमिकाएं निभाते हैं। नेता प्रतिपक्ष हैं, प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। दिल्ली की भी भूमिकाएं हैं। चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि सभी दुनिया का बोझ वे उठाते हैं। तो थोड़ा भार गोविंद सिंह के कंधों पर क्यों नहीं डाल देते।
शायराना अंदाज में दिखे सीएम
चौहान ने कहा कि छिंदवाड़ा में देखने के लिए कुछ नहीं बचा तो नेता प्रतिपक्ष यहीं आ जाते हैं। चौहान थोड़ा शायराना मूड में नजर आए। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस का परम कल्याण सुनिश्चित है, यह दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई इधर गिरा, कोई उधर गिरा। अन्यथा न लें, घोषित कर दिए चन्नी और अध्यक्ष बना दिए सिद्धू। हालत यह हो गई है कि सिद्धूजी ने कहा, मुझे मेरी हार का दुःख नहीं है, चन्नी दोनों जगह से हार गया वह ज्यादा अच्छा है। ऐसी हालत में माननीय अध्यक्ष हम भी कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि अब कांग्रेस का परम कल्याण सुनिश्चित है।