
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान।
भोपाल। क्या मुख्यमंत्री के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान (Kartikey Singh Chouhan) भी राजनीति में आने वाले हैं, क्या वे भी आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में अभी से जुट गए हैं। राजनीतिक गलियारों में अब चर्चा होने लगी है कि कार्तिकेय सिंह चौहान राजनीति में कदम रख सकते हैं। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से वे बुदनी विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे इन दिनों जनता की समस्याएं सुन रहे हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) 2023 में होने वाले चुनाव के लिए अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। सीएम (cm) लगातार बैठकें कर रहे हैं एवं पार्टी नेताओं को मंत्री और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में जनता से सीधे संवाद बढ़ाने, लगातार दौरे कर सरकार की उपलब्धियां बताने को कह रहे हैं। वहीं सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री के बड़े बेटे कार्तिकेय इन दिनों सक्रिय हैं। उनकी लगातार सक्रियता से उनके राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं यह भी माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की व्यस्तता के कारण उनके बेटे ने सीएम की विधानसभा का जिम्मा संभाल रखा है। पिछले दिनों क्षेत्र में क्रिकेट टूर्नामेंट करवाने समेत वे इन दिनों ग्रामीणों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं और उसका निराकरण भी करवा रहे हैं। गौरतलब है कि कार्तिकेय सिंह चौहान के पास सत्ता या संगठन से जुड़ा कोई पद नहीं हैं।
चौपाल में सुनते हैं ग्रामीणों की समस्याएं
मंगलवार को ही कार्तिकेय सिंह चौहान ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इस चौपाल कार्यक्रम में सीहोर जिले के कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम के जरिए बुजुर्गों को अपने सपनों का आशियाना दिया जाएगा। बुजुर्ग को घर बनाने के लिए कलेक्टर ने 25 हजार भी दिए। इसी कार्यक्रम में मौजूद कार्तिकेय सिंह चौहान ने भी घर निर्माण के लिए 25 हजार रुपए का योगदान दिया।
सब मिलकर बनाएंगे घर
यह चौपाल नसरुल्लागंज की ग्राम पंचायत छापरी और पलासीकलां में आयोजित की गई थी। कार्यक्रम में कलेक्टर के साथ ही कार्तिकेय ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उसके निराकरण का भरोसा दिलाया। चौपाल कार्यक्रम में आई दिव्यांग ऋतु बाई और उनके पति भाग सिंह के चेहरे पर खुशी के भाव थे। उन्हें कलेक्टर प्रवीण सिंह और कार्तिकेय सिंह ने पक्का मकान बनाने के लिए सहयोग की बात कही थी। ऋतु बाई ने कलेक्टर को बताया कि उनके पास खुद का घर नहीं है। तीन बच्चों के साथ खेत में ही छोटी-सी टपरी बनाकर रहते हैं। बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा हो पाता है। यह सुनकर कलेक्टर ने कहा कि हम सब मिलकर आपका घर बनवाएंगे। इसके लिए ऋतु बाई के मकान के लिए तुरंत ही काफी राशि एकत्र कर दी गई। कलेक्टर ने 25 हजार, कार्तिकेय सिंह चौहान ने 25 हजार, सुनील बारेला ने 20 हजार, नसरुल्लागंज मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह ठाकुर ने 20 हजार, धीरज पटेल ने 10 हजार, छापरी सरपंच अवध पटेल ने 5 हजार और एसडीएम बृजेश सक्सेना ने 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दे दी।
इस मौके पर कार्तिकेय ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि ग्रामीणों की समस्याओं का गांव में ही पहुंचकर निराकरण कर दिया जाए। उन्हें भोपाल तक शिकायत करनी नहीं पड़े। इस कार्यक्रम के अलावा भी कार्तिकेय सिंह चौहान अलग-अलग स्थानों पर जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनके निराकरण की पहल कर रहे हैं।
राजनीति का कोई इरादा नहीं
इससे पहले दिसंबर में रेहटी में हुए क्रिकेट टूर्नामेंट में मीडिया ने जब क्षेत्र में सक्रिय होने की बात पर सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था कि मेरी दूर-दूर तक चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं है। मैं एक कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा हूं। गौरतलब है कि कार्तिकेय के बारे में सन 2018 से ही राजनीति में आने के कयास लग रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में अक्सर चर्चा रहती है कि वे अपने पिता के क्षेत्र से चुनावी पारी की शुरुआत कर सकते हैं। सीएम के दो बेटे हैं, और इस परिवार से राजनीति में कोई दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं हैं।
Updated on:
25 Jan 2023 05:35 pm
Published on:
25 Jan 2023 05:34 pm
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