उन्होंने कहा, अब समय आ गया है कि भारत में एक समान नागरिक संहिता लागू होनी चाहिए। एक से ज्यादा शादी क्यों करे कोई, एक देश में दो विधान क्यों चलें, एक ही होना चाहिए। समान नागरिक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है तो एक ही पत्नी होनी चाहिए। सीएम शिवराज ने सेंधवा के चाचरिया गांव में पेसा एक्ट जागरुकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
क्या है समान नागरिक संहिता
भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना। चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो। समान नागरिक संहिता जिस राज्य में लागू की जाएगी, वहां, शादी, तलाक और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक कानून लागू होगा।
अप्रेल में गृहमंत्री शाह ने भी उठाया था मुद्दा
इससे पहले इसी वर्ष अप्रेल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल दौरे के समय समान नागरिक संहिता पर बात की थी। तब उन्होंने कहा था कि भाजपा शासित राज्यों में सामान नागरिक संहिता कानून लाएंगे। उत्तराखंड में चुनाव से ठीक पहले हमने समान नागरिक संहिता कानून लाने का ऐलान किया था।
पंचायत लगाई
मुख्यमंत्री चौहान चाचरिया में अलग अंदाज में नजर आए। उन्होंने खाटला पंचायत में पटेल, पुजारा, सरपंच, उप सरपंच, पंच और ग्रामीणों के साथ बैठकर उन्हें पेसा एक्ट की जानकारी दी।
तत्काल कार्रवाई
सीएम ने अफसरों को सख्त हिदायत दी। उन्होंने मंच पर टहलते हुए कलेक्टर से जानकारी ली। साथ ही जनपद सीईओ पर कार्रवाई के निर्देश दिए। बोले- किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे।
शिवराज जनता से सीधे संवाद में एक्शन मोड में नजर आए। उन्होंने ग्रामीणों से शिकायत मिलने पर सेंधवा जनपद पंचायत के पूर्व और मौजूदा सीईओ पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद तत्कालीन सीईओ रीना चौहान को निलंबित कर दिया गया। वे अभी खंडवा के पुनासा में सीईओ हैं। सेंधवा के मौजूदा सीईओ राजेन्द्र दीक्षित के खिलाफ शिकायत मिलने पर उन्हें भी हटा दिया गया।