
भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रम की पहचान व रोकथाम के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर भोपाल रेलवे स्टेशन पर भी ऑटोमेटिक थर्मल इमेज स्कैनर (infrared thermal image scanners) जा रहे हैं। थर्मल स्कैनर एक ऐसा उपकरण है जिसके माध्यम से कोरोना वायरस या फिर ऐसे ही किसी इन्य रोग से ग्रस्त व्यक्ति की पहचान की जा सकती है। जानकारों के मुताबिक यह स्कैनर एक स्वस्थ व्यक्ति और विषाणु से ग्रस्त व्यक्ति में स्पष्ट अंतर बताता है।
मुख्य गेट पर लगेंगे स्कैनर
भोपाल डिवीजन के आरपीएफ कमांडेंट बी रामा कृष्णा ने बताया कि रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट पर यह स्कैनर लगाए जाएंगे। इसकी खरीदी की प्रक्रिया में एक दो सप्ताह का वक्त लग सकता है। यदि थर्मल स्कैनर से गुजरने वाले किसी व्यक्ति के शरीर का तापमान सामान्य व्यक्ति के तापमान से अधिक पाया जाता है तो ऐसे सदिग्ध की मेडिकल जांच की जाएगी। इस तकनीक में खास बात यह है कि इस प्रक्रिया में यात्रियो को रोक-रोक कर जांच करने की आवश्यकता नहीं रहेगी। इसके अलावा ऐसी भी मशीनें हैं जिसमें बगैर मास्क वाले यात्रियों के प्रवेश पर सायरन बजने लगता है।
शरीर का टेम्परेचर अधिक हुआ तो तुरंत मिलेगी जानकारी
मशीन के सामने से गुजरते ही यदि यात्री के शरीर का तापमान अधिक होता है तो थर्मल स्कैनर तुरंत ही इसका संकेत दे देगा। थर्मल स्कैनर एक इंफ्रारेड कैमरे की तरह काम करता है। इस स्कैनर के जरिए गुजरने वाले व्यक्ति के शरीर में मौजूद विषाणु इंफ्रारेड तस्वीरों में दिखाई पड़ते हैं। विषाणुओं की संख्या अधिक या खतरनाक स्तर पर होने पर व्यक्ति के शरीर का तापमान भी बढ़ जाता है। थर्मल स्कैनर की खास बात यह है कि इससे निकलने वाली तरंगों का कोई दुष्प्रभाव मानव शरीर पर नहीं पड़ता है।
Published on:
14 May 2020 01:21 pm
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