सायबर एक्सपर्ट, यशद्वीप चतुर्वेदी का कहना है कि लोग फेसबुक में फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर उस प्रोफाइल में दर्ज जानकारियों को सच मान लेते हैं। रिक्वेस्ट भेजने वाले की फे्रंड लिस्ट में एक-दो दोस्तों के कॉमन होने पर बिना पड़ताल एक्सेप्ट कर लेते हैं। इसी कमजोरी का फायदा उठाकर सायबर ठग फेसबुक और वाट्सएप के माध्यम से लोगों से दोस्ती गांठ लेते हैं और फिर इमोशनल ब्लैकमेलिंग भी करते हैं।