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दी जाएगी ट्रेनिंग
वहीं दूसरी ओर राजधानी भोपाल में कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों को इस वायरस के अलग-अलग वेरिएंट से संक्रमित मरीजों का उपचार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहली लहर के मुकाबले दूसरी खतरनाक थी। विशेषज्ञों ने इसका कारण कोरोना का डेल्टा वेरियंट बताया।
पहली लहर के दौरान अक्टूबर में यह पाया गया था। माना जा रहा है कि अब कोरोना के चार वेरिएंट हो गए हैं, जो एक-दूसरे से खतरनाक है। बता दें कि ये ट्रेनिंग सोमवार से शुरू होगी। इसमें सीएमएचओ व जिलों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऑनलाइन शामिल होंगे।
डॉक्टरों का होगा मिनट का टेस्ट
अधिकारियों के मुताबिक ट्रेनिंग सेशन में कोरोना के विभिन्न वेरिएंट और उनके लक्षण पर अब तक हुई रिसर्च की जानकारी साझा की जाएगी। यही नहीं सेल्फ मोनीटरिंग प्रोफार्मा भी तैयार किया गया है। डॉक्टरों का 6 मिनट का एक टेस्ट भी लिया जाएगा। साथ ही इलाज के दौरान दवा खासकर स्टेरॉयड के इस्तेमाल की जानकारी भी दी जाएगी।