
गांधी मेडिकल कॉलेज की गायनेकोलाजी डिपार्टमेंट की पूर्व एचओडी डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया गया
भोपाल. एमपी की राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की गायनेकोलाजी डिपार्टमेंट की पूर्व एचओडी डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया गया है। उन्हें गांधी मेडिकल कॉलेज से हटाकर चिकित्सा शिक्षा विभाग में भेज दिया गया है। इसी के साथ प्रदेश में कई दिनों से चल रही जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गयी। जूनियर डॉक्टर पूर्व एचओडी डॉ. अरुणा कुमार को हटाने की ही मांग कर रहे थे। कॉलेज की जूनियर डॉ. बाला सरस्वती की सुसाइड के बाद हड़ताल शुरू हुई थी।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि डॉ. अरुणा कुमार को हटा दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। दोबारा ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए मैनेजमेंट को निर्देश दिए गए हैं।
जूनियर डॉ. बाला सरस्वती की सुसाइड के बाद शुरु हुई हड़ताल की चिंगारी मप्र के अलावा शनिवार तक देश सात राज्यों के मेडिकल कालेजों तक पहुंच गयी। प्रदेश के सभी मेडिकल कालेजों के जूडा ने काम ठप कर दिया। इसके बाद आनन-फानन में जूडा की मांगें मान ली गयीं। हड़ताल खत्म होने के दो घंटे के अंदर डॉ. अरुणा कुमार को जीएमसी से हटा दिया गया।
जीएमसी में रात में मरीज भर्ती होना शुरू हो गए। रैन बसेरों में ठहरे नरसिंहपुर, मंडला आदि के मरीज भी अस्पताल में पहुंच गए। इसके पहले दिनभर मरीज परेशान रहे। कोई एंबुलेंस में तड़पता रहा तो किसी को भर्ती नहीं किया। पांच दिनों में करीब 35 महिलाओं को जेपी व काटजू अस्पताल भेजा गया। किसी को एम्स भोपाल जाना पड़ा।
जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण शनिवार को करीब 28 ऑपरेशन टालना पड़े। शुक्रवार को हमीदिया में कुल 23 ऑपरेशन हुए। आमतौर पर यहां 50 से अधिक ऑपरेशन होते हैं। जनरल ओटी में 8, ईएनटी में 1, सर्जरी में 4, ऑर्थों में 3, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी में 2 सहित कुल 23 ऑपरेशन किए गए। इसके अलावा 1165 मरीज ओपीडी में पहुंचे। 73 मरीजों को भर्ती भी किया गया। आम दिनों में इसकी संख्या क्रमश: 200 और 250 होती है।
शनिवार को पूर्व एचओडी डॉ. अरुणा कुमार के पुतले को जूते-चप्पल पहनाए गए। शाम को शवयात्रा भी निकाली गई। एडमिन ब्लॉक के सामने पुतले में आग लगायी गई। पुतले को टॉक्सिक कल्चर नाम दिया गया।
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रवक्ता डॉ. कुलदीप गुप्ता ने बताया कि तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और बिहार के जूनियर डॉक्टर्स हमें सपोर्ट कर रहे हैं। अमृतसर मेडिकल कॉलेज में भी कैंडल मार्च निकाला गया।
ये है मामला
जीएमसी की जूनियर डॉक्टर डॉ. बाला सरस्वती ने सुसाइड कर ली थी। सुसाइड नोट में खासतौर पर डॉक्टर अरुणा कुमार पर परेशान करने का आरोप लगाया था। इसके बाद जूनियर डॉक्टर अरुण कुमार को हटाने की मांग करते हुए हड़ताल कर रहे थे।
Published on:
06 Aug 2023 08:43 am
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
