
assembly elections 2018
भोपाल। मध्यप्रदेश में पांच माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार वंशवाद भी देखने को मिलेगा। कई नेता अपने बच्चों को इस चुनाव में लॉंच करने की तैयारी में है। लगभग 10 बड़े नेताओं के बच्चे अपनी जमीन तलाशने में जुट गए हैं।
राजनीति में वंशवाद नई बात नहीं है। वंशवाद का यह नजारा 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। इन दोनों ही चुनावों में नेताओं के पुत्र और रिश्तेदारों की संख्या ज्यादा नजर आएगी।
विधायक-सांसद बन गए दिग्गजों के बेटे
-मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे अर्जुन सिंह के पुत्र कांग्रेस नेता अजय सिंह फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष हैं।
तत्कालीन केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया के पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से सांसद है।
-पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह भी कांग्रेस से विधायक हैं। यह सही है कि दिग्गज नेताओं के यह पुत्र अब स्थापित हो गए हैं। लेकिन आने वाले चुनाव में इनसे अलग भी एक खेप तैयार हो रही है।
सीएम शिवराज के बेटे भी उतरेंगे मैदान में
इस बार नेता पुत्रों की नई खेब तैयार हो रही है जो आने वाले चुनाव में किस्मत आजमा सकती है। इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान का नाम भी सबसे आगे हैं। माना जा रहा है कि कार्तिकेय इस बार बुदनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। पिछली बार ही सीएम शिवराज सिंह ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और माना जा रहा था कि एक सीट वे छोड़ देंगे और कार्तिकेय को चुनाव लड़वाएंगे। हालांकि परिस्थिति ऐसी नहीं बनी।
-भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के मंत्री रहे कैलाश विजयवर्गीय भी भाजपा संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। मालवा क्षेत्र में दबदबा रखने वाले विजयवर्गीय भी अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय को राजनीति में लांच कर सकते हैं। जैसा कि पिछले दिनों कई सभाओं में आकाश को सक्रिय रूप से देखा गया है।
-शिवराज कैबिनेट में पंचायत मंत्री और सागर जिले के विधायक भी अपने बेटे को राजनीति में लाना चाहते हैं। पिछले चुनाव 2014 में ही उनहोंने अभिषेक भार्गव को चुनाव लड़ाना चाहा था, लेकिन टिकट नहीं मिलने से निराश हो गए थे। इस बार भी वे अपने बेटे को विधानसभा चुनाव लड़ाने का प्रयास करेंगे।
-केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर भी अपने बेटे को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। उनके बेटे देवेंद्र प्रताप सिह भी इस चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
-पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी शिवराज मंत्री मंडल में शामिल हैं।
-पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र सखलेचा के पुत्र ओमप्रकाश सखलेचा भी विधायक हैं।
-इसी प्रकार भाजपा नेता गोविंदनारायण सिंह के बेटे ध्रुवनारायण सिंह भी भोपाल से विधायक रह चुके हैं।
सीएम, मंत्री और सांसद के बेटे भी रेस में
-जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्र के बेटे सुकुर्ण मिश्र।
-वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार का बेटा मुदित शेजवार।
-वित्तमंत्री जयंत मलैया का बेटा सिद्धार्थ मलैया।
-कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन।
-पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर।
-कांग्रेस नेता कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ।
-सागर से सांसद लक्ष्मी नारायण यादव के बेटे सुधीर यादव।
-सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष सिंह चौहान।
भाजपा कार्यसमिति में हैं इनके बेटे
दिग्गज नेताओं के बेटों की सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में भी जगह दी गई है। इन नेता पुत्रों में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभात झा, नरोत्तम मिश्र, गोपाल भार्गव और विजयवर्गीय के बेटे शामिल हैं।
Published on:
20 Apr 2018 10:05 am
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