MP News: बीस दिन से शिक्षक ई-अटेन्डेंस के आधार पर गैर हाजिर हैं। इनके वेतन पर अब भी सवाल है।
MP News: मध्यप्रदेश के चार लाख शिक्षकों के आगे हाजिरी ऐप नतमस्तक हो गया। ऐप के माध्यम से केवल तीन प्रतिशत शिक्षकों ने ही अपनी हाजिरी दर्ज करा रहे हैं। एक एक माह पहले तक कार्रवाई की चेतावनी देने वाला स्कूल शिक्षा विभाग शिक्षकों के मान मनोबल में जुट गया है। ई अटेन्डेंस दर्ज कराने का तरीका सिखाने के लिए तीन दिन तक तकनीकी ज्ञान देगा। एक्सपर्ट की पूरी टीम जुटाई जा रही हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक जुलाई से ई अटेन्डेंस अनिवार्य की है। यह एजुकेशन पोर्टल 3.0 से जुड़ा है।
स्कूल से जाने पर उन्हें ऐप पर एंट्री दर्ज करनी होगी। विभाग के निर्देश के तहत इस ऐप से हाजिरी नहीं लगाने पर गैर हाजिरी माना जाएगा और सैलरी काटी जाएगी। प्रक्रिया लागू होने के बाद तीन लाख 90 हजार शिक्षकों ने इससे हाजिरी ही नहीं लगाई। केवल दस हजार ई अटेन्डेंस दर्ज हुई है। शिक्षकों ने कहा इसमें तकनीकी खामिया हैं। ऐसे में कार्रवाई की बजाय विभाग अब सुधार की बात कर रहा है।
समग्र शिक्षा के तहत स्कूल शिक्षा शिक्षकों को प्रशिक्षण देगा। ब्लॉक स्तर 313 शिक्षक और अधिकारी बुलाए जाएंगे। ट्रेनिंग 28 जुलाई तक होगी। यहां एक्सपर्ट बताएंगे ऐप से हाजिरी किस तरह लगाएं। यहां से प्रदेश से अपने जिलों में जाकर ये विकासखंड स्तर पर स्कूलों में जानकारी देंगे।
बीस दिन से शिक्षक ई-अटेन्डेंस के आधार पर गैर हाजिर हैं। इनके वेतन पर अब भी सवाल है। अधिकारियों के मुताबिक कार्रवाई अब नहीं होगी। पहले सिखाया जाएगा। इसके संबंध में निर्देश जारी होना बाकी है।
लोक शिक्षण संचालक केके द्विवेदी ने इसके संबंध में आदेश जारी किए है। सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ट्रेनिंग के शिक्षकों का चुनाव कर भेजना है। आगर मालवा के शिक्षकों को सबसे पहले ट्रेनिंग दी जाएगी।