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स्कूल फीस को लेकर मंत्री और पालकों में बहस, मंत्रीजी बोले- मर जाओ, नेतागिरी मत करो, VIDEO VIRAL

स्कूल शिक्षा मंत्री के बंगले पर मिलने पहुंचे पालक संघ के साथ मंत्री की अभद्रता का मामला, कांग्रेस ने कहा- ऐसे मंत्री को हटा देना चाहिए...।

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भोपाल

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Manish Geete

Jun 29, 2021

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भोपाल। मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (education minister indar singh parmar) का एक बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल (video viral) हो रहा है। इसकी सभी तरफ निंदा हो रही है। कई लोग इस बयान को बेहद शर्मनाक बताते हुए मंत्रीजी से इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। फीस कम करने के मामले पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने पालकों से कहा- मरना है तो मर जाइए, जो करना है करो। इस मामले में कांग्रेस ने मंत्रीजी को हटाने की मांग की है, वहीं पालक संघ ने उन पर मानहानि का मुकदमा करने को कहा है।

दरअसल, मंगलवार को सुबह स्कूलों की फीस कम कराने के मुद्दे पर बात करने गए बच्चों के पालकों के साथ मंत्रीजी का बयान सभी को चौंकाने वाला है। मंत्री इंदर सिंह परमार के सरकारी आवास पर पालक संघ के प्रतिनिधि उनसे मिलने पहुंचे थे। तभी उनके साथ यह बहस हुई।

पालकों का कहना है कि स्कूल नहीं लग रहे हैं, बच्चों को पढ़ाई भी नहीं हो रही है, लेकिन निजी स्कूलों में लगातार फीस वसूल की जा रही है। पालकों ने शिक्षा मंत्री से निवेदन किया कि वे फीस वसूलने की व्यवस्था पर तत्काल प्रभाव से लगाम लगाएं, लेकिन मंत्रीजी कैबिनेट बैठक में शामिल होने के लिए कार में बैठ गए, कार में बैठे-बैठे ही वे पालक संघ के प्रतिनिधियों पर भड़क गए।

जब पालकों ने उनसे कहा कि कोरोना के इस भयावह काल में हमारी कमर टूट गई है। फिर भी निजी स्कूल मनमानी फीस वसूली करने के लिए आदेश पर आदेश जारी कर रहे हैं। स्कूलों के दबाव में हम सब परेशान हैं, ऐसी स्थिति में क्या वे मर जाएं। पालकों ने जैसे ही यह दुख मंत्रीजी के सामने व्यक्त किया तो मंत्रीजी ने तुरंत कहा- 'मरना है तो मर जाओ, जो करना है करिए।' नेता गिरी करना है तो कहीं और जाकर करें। हालांकि मंत्री ने पालक संघ के लोगों से कहा है कि जिस स्कूलों की शिकायत हैं, उसके बारे में लिस्ट बनाकर दे दीजिए।

पालकों को यह बात कहकर मंत्रीजी कैबिनेट बैठक के लिए रवाना हो गए। मंत्रीजी के इस अभद्रता पर चारों तरफ निंदा हो रही है। पालक संघ ने मंत्रीजी से इस अभद्रता के चलते तत्काल अपने पद से इस्तीफे की मांग की है। पालक संघ का यह भी कहना है कि एक ऐसा मंत्री जिसे स्कूली बच्चों के हितों से ज्यादा चिंता निजी स्कलों की है, वह पद पर बने रहने लायक नहीं है। पालक संघ के एक पदाधिकारी ने कहा है कि हम जल्द ही इंदर सिंह परमार पर मानहानि का केस करेंगे।

कांग्रेस ने किया हमला

इधर, शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बयान पर कांग्रेस ने शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री को पद से हटाने की मांग की है। कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि ये है मध्यप्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार….? कोरोना काल में स्कूली फ़ीस में राहत की माँग को लेकर मिलने आए पालक संघ से कह रहे है कि 'जो करना हो, कर लो, जाओ जाकर मर जाओ '…? अपने सुरक्षा गार्ड से उन्हें धक्के भी दिलवाए..? ऐसे मंत्री को तत्काल पद से हटाया जाए।

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