
भोपाल। यौन शौषण के अनेक आरोपों में घिरे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने बुधवार को शाम को इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देते हुए उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं कानूनी लड़ाई लड़ुंगा। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। उन्होंने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को खारिज कर दिया।
विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। गौरतलब है कि एमजे अकबर मीटू कैंपेन में लगाए गए कई आरोपों में घिर गए थे। उन पर विपक्षी पार्टियों की तरफ सेस इस्तीफे की मांग की जा रही थी।
मध्यप्रदेश से चुने गए थे अकबर
पत्रकारिता में यशस्वी शख्स माने जाने वाले एमजे अकबर एक लेखक और राजनेता हैं। वे मोदी सरकार में विदेश राज्यमंत्री बने थे। वे मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। जुलाई 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था।
#Metoo कैंपेन में आया था नाम
अकबर उस समय चर्चाओं में आए जब एक महिला ने उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। इसके बाद करीब 14 महिलाएं उन पर यौन शोषण के आरोप लगा चुकी हैं। हालांकि, अकबर ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है और लीगल एक्शन की बात कही है।
एमजे अकबर एक परिचय
एमजे अकबर का पूरा नाम मोबासर जावेद अकबर है।
-अकबर का जन्म 11 जनवरी 1951 को हुआ था।
-भारतीय पत्रकार, लेखक और राजनेता भी हैं।
-अक्टूबर 2012 में अपने इस्तीफे तक लिविंग मीडिया समूह द्वारा प्रकाशित भारत के प्रमुख साप्ताहिक अंग्रेजी समाचार पत्रिका इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक रह चुके हैं।
-अंग्रेजी समाचार चैनल 'हेडलाइंस टुडे' की देखरेख के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिली हुई थी।
-अकबर 'द टेलीग्राफ' के संपादक भी रह चुके हैं।
Updated on:
17 Oct 2018 05:27 pm
Published on:
17 Oct 2018 05:14 pm
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