
Nodal officer appointed as loser election loser in district
भोपाल। विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद मशीनों के समय पर जमा न होने पर कई जिलों में हंगामा हुआ था। तो कहीं रिजर्व ईवीएम के साथ होटल में पोलिंग पार्टी मिलने का विवाद की स्थिति भी बनी थी।
इससे सबक लेते हुए इस बार प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रिजर्व रखी गईं 20 फीसदी ईवीएम मशीनों को मतदान के बाद भोपाल लाया जाएगा। भदभदा में ईवीएम का स्टेट वेयर हाउस बना है जहां इन मशीनों को रखा जाएगा। इसकी जिम्मेदारी भी भोपाल कलेक्टर और सीईओ की होगी। ये जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर सुदाम खाडे ने स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में दी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने कहा कि इस बार टेंट, कुर्सी के रेट ज्यादा न रखे जाएं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि पहले वाले रेट ही रखे जा रहे हैं। इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा रहा।
एक अन्य पार्टी पदाधिकारी ने कलेक्टर से कहा कि ईवीएम सील होने के बाद तत्काल मतदान केंद्र से बाहर नहीं निकाली जाती है। अगर सील होने के बाद उसे तत्काल बाहर कर दिया जाए तो काफी अच्छा रहेगा।
इस पर कलेक्टर ने कहा कि वो सभी के सामने सील होती है। उसमें किसी प्रकार की कोई गुंजाइश नहीं रहती है। रहा सवाल उसे भेजने का तो वो प्रक्रिया और सुरक्षा के तहत ही बाहर निकाली जाती है। बैठक में उपस्थित सदस्यों को कलेक्टर ने बताया कि निर्वाचन के संबंध में कोई भी शिकायत 0755-2730395 नंबर पर भी की जा सकती है।
Published on:
12 Mar 2019 08:35 am
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