
Coronavirus Prevention : क्या आप भी लंबे समय तक लगाए रहते हैं मास्क? तो ध्यान रखें ये बातें
भोपाल/ मध्य प्रदेश समेत देशभर में कोरोना वायरस बहुत तेजी से बढ़ रहा है। इस वैश्विक महामारी के इलाज स्वरूप दुनियाभर में शोध किये जा रहे हैं। साथ ही, इसकी मैडिसिन और वैक्सीन पर भी लगातार रिसर्च की जा रही है। हालांकि, वैश्विक स्थर पर इसकी कोई पर्याप्त दवा नहीं बन सकी है। वैकल्पिक तौर पर मलेरिया में इस्तेमाल की जाने वाली मध्य प्रदेश में बनने वाली हाइड्रौक्लोराक्वीन दवा को कोरोना के मरीजों के इलाज स्वरूप इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा, सोशल डिस्टेंसिंग, हैंडसैनिटाइजिंग और फेस मास्क लगाने को ही बचाव का सबसे बढ़िया विकल्प बताया गया है, जिसे लोग फॉलो भी कर रहे हैं।
घंटों मास्क पहनने पर त्वचा पर पड़ता है असर
बचाव स्वरूप सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करना और हैंडसेनिटाइजर का इस्तेमाल करना तो ठीक है। साथ ही, फेस मास्क भी कोरोनो वायरस महामारी के दौरान भी बड़ी सुरक्षा दे देता है। हालांकि, ये हमें बहुत हद तक संक्रमण से तो बचा लेता है, लेकिन मास्क का अधिक इस्तेमाल करने से त्वचा को नुकसान भी पहुंचा सकता है। खासतौर पर मास्क उन लोगों के लिए ज्यादा घातक हो सकता है, जिन लोगों का काम अधिक जोखिम वाले वातावरण में होता है। संक्रमण के दौरान घर से बाहर रहकर काम करने वाले चिकित्सकों, स्वास्थ कर्मियों, पुलिसकर्मियों आदि को लंबे समय तक चहरे पर मास्क लगाए रखना पड़ता है। लेकिन, मास्क का लंबे समय तक इस्तेमाल चहरे की स्किन को नुकसान भी पहुचा सकता है।
हो सकती है ये समस्या
स्किनकेयर विशेषज्ञों के मुताबिक, फेस मास्क पहनने के कारण त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। ये नुकसान पसीने और नाक पर होने वाले मास्क की रगड़ के कारण होता है। उन्होंने कहा, 'मास्क के नीचे पसीना आता है और ये घर्षण का कारण बनता है, जिससे नाक और गाल पर प्रेशर डैमेज होता है। इससे त्वचा फट सकती है और इनसे संभावित संक्रमण हो सकता है।'
इन बातों का रखें ध्यान
स्किनकेयर के प्रोफेसर प्रकाश राव के मुताबिक, 'जिन लोगों को अधिक समय तक मास्क पहनकर रखना पड़ता है, उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि, उस मास्क को पहने जो चेहरे पर फिट आए। थोड़ा भी लूज या टाइट मास्क स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। मास्क पहनने वाले लोग अपनी त्वचा को साफ, अच्छी तरह से हाइड्रेटेड और मॉइस्चराइज रखें। अगर मास्क लगाने के कम से कम आधे घंटे पहले क्रीम लगाते हैं, तो यह त्वचा के लिए फायदेमंद होगा। हम सोचते हैं कि, ऑक्सीजन सिर्फ हमारे फेफड़ों के लिए ही फायदेमंद होता है, लेकिन ये हमारी स्किन के लिए भी बेहद जरूरी होता है। इसलिए हर दो घंटो के भीतर एकांत जगह पर जाकर पांच मिनट के लिए चहरे से मास्क हटाएं। ताकि, त्वचा को ऑक्सीजन मिल सके।
इसलिए कारगर है फेस मास्क
एम्स के एक एक्सपर्ट डॉ. के मुताबिक, संक्रमित करने वाले वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति या वस्तु को छूने से एक स्वस्थ व्यक्ति में फैलते हैं। लोग मुख्य रूप से कई स्थितियों में कोरोना वायरस के संपर्क में आते हैं, जिसमें किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा खांसने या छींकने पर संक्रमित हुई हवा में सांस लेना, संक्रमिक व्यक्ति के पास खड़े होकर उससे बात करना, उससे हाथ मिलाना आदि शामिल हैं। ऐसे में लोगों से बार-बार हाथ धोने की अपील की जा रही है और साथ ही मास्क पहनना आवश्यक हो गया है। इससे पहले विशेषज्ञों ने कहा था कि प्रोटेक्टिव मास्क जरूरी नहीं है अगर व्यक्ति कोरोना वायरस मरीजों की देखभाल करने वाले हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स नहीं है या यदि उच्च जोखिम वाले वातावरण के संपर्क में नहीं है। लेकिन अब कई वैज्ञानिक और विशेषज्ञ कह रहे हैं कि बाहर जाते समय चेहरा जरूर ढकना चाहिए। यानी कहने का मतलब है कि फेस मास्क पहनना बहुत जरूरी हो गया है।
Published on:
14 Apr 2020 01:15 am
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