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भोपाल। सन 1973 के बाद नर्मदा नदी में भीषण बाढ़ आ गई है। नर्मदा के उद्गम से लेकर गुजरात तक हर जगह नर्मदा खतरे के निशान को पार कर गई है। सरकार भी चिंतित है, एनडीआरएफ, भारतीय सेना समेत एयरफोर्स के हेलिकाप्टर तैनात कर दिए गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर रहे हैं।
होशंगाबाद जिले में नर्मदा में बाढ़
बरगी डैम, तवा डैम और बारना डैम का पानी छोड़े जाने के कारण होशंगाबाद में बाढ़ आ गई है। होशंगाबाद में नर्मदा नदी 978 फीट पर बह रही है, जो खतरे के निशान से 14 फीट ऊपर है। सेना ने बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। वहीं बाढ़ में फंसे लोगों को खाने के पैकेट भेजे गए हैं। एनडीआरएफ की दो यूनिट बुलाई गई है। शाम तक सेना के हेलीकाप्टर भी होशंगाबाद में तैनात हो जाएंगे। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर किसी को भी नदी की तरफ जाने पर रोक लगा दी है। बचाव दल कई स्थानों पर तैनात कर दिया गया है।
खंडवा जिलाः मोरटक्का पुल पर पानी, इंदौर का संपर्क टूटा
खंडवा जिले में इंदिरा सागर के बैकवाटर में पहुंचे पानी से बांध का जल स्तर अचानक बढ़ गया है। इसे देख एनएचडीसी ने 12 गेटों को दो-दो मीटर तक खोल दिया है। आठ टरबाइन से 7840 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार जिले के ही ओंकारेश्वर बांध में भी पानी भर गया है। यहां के 21 गेट 34 मीटर तक खोल दिए गए हैं। यहां से 10 हजार 53 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। ओंकारेश्वर के पास स्थित मोरटक्का ब्रिज पर पानी आ जाने से इंदौर-खंडवा मार्ग बंद हो गया है। खंडवा, खरगोन, बड़वानी और धार जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है।
ओंकारेश्वर डैम
निर्धारित जलस्तर- 196.60 मीटर
वर्तमान जलस्तर- 195.37 मीटर
गेटों की संख्या- 21
पानी छोड़ा- 10053 क्यूमेक्स
इंदिरा सागर डैम
निर्धारित जलस्तर- 262.13 मीटर
वर्तमान जलस्तर- 261.20 मीटर
गेटों की संख्या- 12
पानी छोड़ा- 7840 क्यूमेक्स
देवास जिले में उफान पर नर्मदा :-:
देवास जिले से लगी नर्मदा में बाढ़ के कारण नेमावर के कई इलाके पानी में डूब गए हैं। नेमावर में नर्मदा खतरे के निशान ससे 7 फीट ऊपर बह रही है। निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वार्ड क्रमांक 14 के 20 परिवारों को घरों से सामग्री सहित निकालकर राहत शिविरों में पहुँचाया गया। वार्ड-3 के करीब 75 परिवारों को भी राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है। खतरे को देखते हुए देवास जिला प्रशासन सतर्क है।
नरसिंहपुर जिले में पांच लोगों का किया रेस्क्यू :-:
नरसिंहपुर जिले में अतिवृष्टि के कारण हालात गंभीर हो गए हैं। गाडरवारा की शक्कर नदी में बाढ़ से टीला के पास एक ही परिवार के 5 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों को ठहराने के लिए स्कूल भवन और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही है।
छिंदवाड़ा जिले में हेलिकाप्टर से लोगों को बचाया
छिन्दवाड़ा के चौरई अंतर्गत ग्राम बेलखेड़ा की नदी में फंसे युवक को बचा लिया गया। वो साथियों के साथ मछली पकड़ने गया था। माचागोरा डेम के सभी गेट खुलने और तेज़ बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ा और वह टापू में फंस गया। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद है। रेस्कयू हेलीकॉप्टर से होना था, लेकिन अंधेरा होने और खराब मौसम के कारण युवक का रेस्क्यू नहीं हो पाया था। शनिवार को सुबह नागपुर से सेना का हेलिकाप्टर बेलखेड़ा गांव पहुंचा और युवक का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। युवक को इमलीखेड़ा एयर स्ट्रिप पर सुरक्षित उतारा गया है।
बैतूल जिलाः ताप्ती नदी ने दिखाया रौद्र रूप :-:
नर्मदा की ही तरह प्रदेश की ताप्ती नदी में भी बाढ़ बढ़ते जा रही है। क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश के बाद ताप्ती भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। बैतूल से परतवाड़ा मार्ग पर खेड़ी के आगे ताप्ती का विकराल रूप धारण कर लिया है। निचली बस्तियों में पानी भर गया है, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। प्रशासन ने भी बचाव के लिए टीमें तैनात कर दी है।
विदिशा जिलाः बेतवा उफान पर :-:
विदिशा जिले से गुजरने वाली बेतवा नदी के उफान पर होने के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। कई गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। पिछले 48 घंटों से जारी बारिश के बाद यह स्थिति बनी है। कुछ मकान बाढ़ के पानी में घिर गए हैं तो होम गार्ड ने 20 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। मौसम विभाग ने अभी और बारिश की चेतावनी दी है।
छतरपुरः धसान नदी में बाढ़ :-:
छतरपुर जिले में लगातार बारिश से धसान नदी में भी पानी बढ़ गया है। हरपालपुर क्षेत्र के पहाड़ी बांध के भर जाने के बाद उसके 19 गेट खोल दिए गए हैं। वहीं लहचूरा बांध के भी 7 गेट खोलने से नदी का जल स्तर बढ़ गया है। निचले इलाको में पानी भर जाने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
भोपाल जिलेः भदभदा, केरवा के गेट खोले :-:
भोपाल में लगातार बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है। भोपाल का बड़ा तालाब कोलांस नदी में बाढ़ के कारण लबालब हो गया है। इसके भदभदा गेट को शनिवार को भी खोल दिए गए हैं। इसके अलावा केरवा और कलियासोत डैम को भी खो दिया गया है।
जबलपुरः ग्वारीघाट डूब गया :-:
जबलपुर और आसपास लगातार बारिश से नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। बरगी बांध का पानी छोड़े जाने से नर्मदा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। ग्वारी घाट पानी में डूब गया है। निचले इलाकों के रास्ते बंद हो गए हैं। जनजीवन पर इसका बुरा असर पड़ा है।
डिंडोरी जिले में में जल स्तर बढ़ा :-:
अमरकंटक से निकलने के बाद नर्मदा नदी में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। डिंडोरी जिले में ही नर्मदा खतरे के निशान के आसपास पहुंच गई है। करंजिया, गोरखपुर क्षेत्र में सिवनी व बजाग में चकरार नदी पर उफान में रहने से 11 बजे तक नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया था। करीब 5 साल बाद जोगी टिकरिया पुल में लगी रैलिंग के ऊपर से नर्मदा का पानी बहता दिखाई दिया। जबलपुर-अमरकंटक मार्ग लगभग 8 घण्टे तक बंद रहा। बजाग क्षेत्र में बारिश से रायपुर मार्ग, किसलपुरी में चकरार के उफान से मंडला और शहडोल मार्ग भी बंद रहा।
Published on:
29 Aug 2020 03:09 pm
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