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सोयाबीन में 436 रुपए की बढ़ोत्तरी, धान का समर्थन मूल्य भी बढ़ाया, किसानों को सरकार का बड़ा तोहफा

Support price of paddy and soyabean- देशभर के साथ मध्यप्रदेश के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर आई है।

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Government increased the support price of paddy and soyabean

MSP-Price (image-source-patrika.com)

Support price of paddy and soyabean- देशभर के साथ मध्यप्रदेश के लाखों किसानों के लिए अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार ने एमपी में खरीफ की प्रमुख फसलों धान और सोयाबीन सहित 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) में बढ़ोत्तरी कर दी है। केंद्रीय कैबिनेट की बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। जिन फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है उनमें सोयाबीन, धान, कपास और अरहर भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश में इन चारों फसलों का सर्वाधिक उत्पादन किया जाता है। विशेष रूप से धान और सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने से प्रदेश के किसानों को खासा लाभ होना तय है। केंद्रीय केबिनेट ने किसान क्रेडिट कार्ड की ब्याज सब्सिडी योजना को भी आगे बढ़ा दिया है।

केबिनेट के फैसलों की केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धान की MSP में 69 रुपए की बढ़ोत्तरी कर 2369 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। कपास की MSP 7710 रुपए तय की गई है। एक अन्य किस्म की कपास की MSP में 589 रुपए की बढ़ोत्तरी कर 8110 रुपए की गई है। सरकार ने तुअर दाल में 450 रुपए बढ़ाए हैं।

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436 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की

सबसे ज्यादा खुशखबरी एमपी के सोयाबीन किसानों के लिए आई है। केंद्र सरकार ने सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में जबर्दस्त इजाफा किया है। 4892 से बढ़ाकर 5328 रुपए कर दिया गया है यानि 436 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है।

सोयाबीन उत्पादन में एमपी देश के अग्रणी राज्यों में शुमार

प्रदेश में खरीफ की दोनों प्रमुख फसलें धान और सोयाबीन जून-जुलाई में बोई जाती हैं। करीब 4 माह में ये पककर तैयार हो जाती हैं। बता दें कि सोयाबीन उत्पादन में एमपी देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है।