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भोपाल।ज्योतिष शास्त्र में रेखाओं के साथ ही उंगलियों और हथेली की बनावट का भी अध्ययन किया जाता है। अंगूठा भी स्वभाव और भविष्य से जुड़ी कई बातें बता सकता है। हमारा अंगूठा तीन भागों में विभक्त रहता है। प्रथम भाग ऊपर वाला, फिर मध्यम भाग और अंतिम भाग। ये तीनों भाग रेखाओं से विभाजित रहते हैं। यदि पहला भाग अधिक लंबा हो तो व्यक्ति अच्छी इच्छा शक्ति वाला होता है। वह किसी पर निर्भर नहीं होता। ऐसे अंगूठे वाले लोग किसी भी का र्य को पूरी स्वतंत्रता के साथ करना पसंद करते हैं और इन्हें सफलता भी प्राप्त हो जाती है। आज आपको शहर के पंडित जगदीश शर्मा जी अंगूठे के आधार पर व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे।
- यदि अंगूठे के पहले पर्व (भाग) पर आड़ी रेखाएं होती हैं तो व्यक्ति को जीवन में महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। भाग्य का साथ मिलता है। ऐसे लोगों को धन संबंधी कार्यों में कभी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
- यदि किसी व्यक्ति की हथेली में अंगूठे के पहले भाग पर बहुत सी खड़ी रेखाएं होती हैं तो वह ईमानदार और भरोसेमंद होता है।
- जिन लोगों की हथेली में अंगूठे के पहले पर्व पर तीन खड़ी रेखाएं होती हैं, उनकी इच्छा शक्ति प्रबल होती है और इनका दिमाग भी बहुत तेज चलता है।
- हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों की हथेली में सामान्य से छोटे अंगूठा होता है, वे लोग निर्बल हो सकते हैं। ऐसे लोगों की कार्य क्षमता काफी कम होती है और हर कार्य को बहुत धीरे-धीरे करते हैं।
- जिन लोगों के अंगूठे के पहले पर्व पर क्रॉस का निशान होता है, वे बहुत अधिक खर्चीले होते हैं। ये लोग अधिक व्यय के कारण परेशानियों का सामना करते हैं।
- यदि अंगूठा का मध्यम भाग अधिक लंबा हो तो व्यक्ति की तर्क शक्ति काफी उन्नत होती है। तर्क शक्ति के कारण इन लोगों का दिमाग भी काफी तेज चलता है। अपनी बुद्धि के बल पर इन्हें समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- यदि अंगूठे के दूसरे पर्व पर कोई गोलाकार निशान हो तो व्यक्ति बहुत अधिक बहस करने वाला होता है।
- यदि किसी व्यक्ति की हथेली में अंगूठे के दूसरे पर्व पर तीन खड़ी रेखाएं होती हैं तो व्यक्ति की तर्क शक्ति अच्छी रहती है। जबकि यहां आड़ी रेखाएं होती हैं तो व्यक्ति कुतर्क करने वाला हो सकता है।
- यदि किसी व्यक्ति के अंगूठे के दूसरे पर्व पर त्रिभुज का निशान बना हो तो व्यक्ति विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने वाला होता है।
- यदि किसी व्यक्ति के अंगूठे के दूसरे पर्व पर जाली का निशान बना हो तो व्यक्ति चरित्र का अच्छा नहीं माना जाता है। सामान्यत: ऐसे लोग बेईमान भी हो सकते हैं।
- हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जो लोग बुद्धिमान और चतुर होते हैं, उनका अंगूठा सुंदर और आकर्षक होता है। ये लोग किसी भी काम को चतुराई के साथ पूर्ण करते हैं और लाभ भी कमाते हैं।
- अंगूठे का अंतिम भाग यानी शुक्र पर्वत (अंगूठे एकदम नीचे वाले भाग से लगा हुआ शुक्र पर्वत होता है।) के पास वाला भाग अधिक लंबा हो तो व्यक्ति अति कामुक होता है।
- ऐसे अधिकांश लोग जिनकी हथेली में अंगूठा छोटा, बेडौल और सामान्य से अधिक मोटा होता है, वे सामान्यत: असभ्य और दूसरों का निरादर करने वाले होते हैं। ऐसे लोग कई बार क्रूर भी हो जाते हैं और दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
- जिस व्यक्ति का अंगूठा सामान्य से ज्यादा लंबा और हथेली के साथ मजबूती से जुड़ा हुआ होता है, वह सर्वगुण संपन्न होता है। इन लोगों में घर-परिवार और समाज के बीच घुल-मिलकर रहने के सभी गुण होते हैं। इन्हें उचित मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- जो लोग अधिक कल्पनाशील होते हैं, सामान्यत: उनकी हथेली में अंगूठा लचीला होता है। लचीला अंगूठा आसानी से पीछे की ओर मुड़ जाता है। ऐसे लोग अधिक खर्चीले भी होते हैं। इन्हें हर काम को कलात्मक ढंग से करना पसंद होता है।
- हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार सामान्यत: जिन लोगों का अंगूठा अधिक मोटा होता है, उनका स्वभाव अच्छा नहीं माना जाता है।
- चपटे अंगूठे वाले लोग निराशजनक स्वभाव वाले होते हैं। जबकि, जिन लोगों के अंगूठे अधिक चौड़े होते हैं, वे क्रोधी स्वभाव के होते हैं।
- जिन लोगों का अंगूठा बड़ा होता है, वे कलात्मक स्वभाव के होते हैं। जिन लोगों का अंगूठा पतला होता है, वे अपने स्वभाव के कारण घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं।
- जो लोग अपनी दोनों हथेलियों के अंगूठों को उंगलियों में दबाकर कर रखते हैं, ऐसे अधिकांश लोग डरपोक होते हैं। ऐसा करने वाले व्यक्ति में आत्म विश्वास की कमी होती है। ये लोग हर कार्य को डरते-डरते करते हैं। इन्हें कार्यों में सफलता मिलने में भी संदेह रहता है।
अंगूठे के दो भाग
यदि आपने कभी गौर किया हो तो आपको पता होगा कि हमारे हाथ की चारों अंगुलियों को तो प्राकृतिक रूप से तीन भागों में बांटा गया है, लेकिन अंगूठे के दो ही भाग हैं। अंगूठे के ऊपरी भाग से यह पता लगाया जा सकता है कि जातक अपने जीवन को या किसी भी कार्य को लेकर कितना गंभीर रहता है। और अंगूठे का निचला हिस्सा उसके दिमाग की तेजी बयां करता है।
अंगूठे का नीचे का भाग
कहते हैं कि यदि अंगूठे का नीचे का भाग ऊपरी भाग से छोटा हो तो वह जातक कभी भी जीवन में कोई फैसला लेने से पहले अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल नहीं करता। लेकिन यदि यह भाग बड़ा हो तो ऐसा व्यक्ति बुद्धिमान माना जाता है।
सर्वश्रेष्ठ अंगूठा
एक सर्वश्रेष्ठ अंगूठा काफी लंबा होना चाहिए, इतना लंबा ताकि वह हमारे हाथ की पहली अंगुली के ऊपरी जोड़ तक पहुंच पाए। साथ ही ऐसा अंगूठा ना अधिक लचीला होना चाहिए और ना ही कठोर होना चाहिए। देखने में भी यह अंगूठा एकदम सही आकार का हो, तभी इसे सर्वश्रेष्ठ माना जाएगा। जिसके भी हाथ का अंगूठा ठीक ऐसा हो वह इंसान बेहद बुद्धिमान, तार्किक और हर तरह से ताकतवर होता है।
Published on:
26 Apr 2018 01:15 pm
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