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अच्छी खबर: अब जिला अस्पतालों में कॉरपोरेट स्टाइल में होगा काम, होंगे स्मार्ट

नगरीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर करेंगे नाराचार...

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भोपाल। मध्य प्रदेश के अस्पतालों से अव्यवस्था की बातें लगातार सामने आने के बाद इन्हें स्मार्ट बनाने के तहत नई प्रदेश सरकार ने यहां की सुविधाएं सुधारने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

ऐसे में अब मध्यप्रदेश के जिला अस्पतालों को स्मार्ट बनाया जाएगा। इनका संचालन कॉरपोरेट स्टाइल में किया जाएगा। इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग को साफ-सफाई और पानी का जिम्मा रहेगा।

अस्पताल भवन के मेंटनेंस से लेकर मरीजों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और बॉयो मेडिकल वेस्ट के निपटारे सहित अन्य सुविधाओं का जिम्मा स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन मिलकर संभालेंगे।

नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने संयुक्त कार्ययोजना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से चर्चा की है। इससे संबंधित स्वास्थ्य विभाग की फाइल को जयवर्धन ने मंजूरी दे दी है। अब दोनों विभाग एक्शन प्लान तैयार करेंगे। अभी नगरीय प्रशासन का अस्पतालों में कोई दखल नहीं रहता है।

दोनों विभाग इस प्रयोग को चरणबद्ध तरीके से करेंगे। मरीजों का सबसे ज्यादा दबाव इंदौर और भोपाल के जिला अस्पतालों में है, इसलिए यहां के जिला अस्पतालों को पहले स्मार्ट मॉडल पर लाया जाएगा।

स्मार्ट लुक में होंगे तब्दील
जिला अस्पतालों का मौजूदा लुक अपग्रेड किया जाएगा। इसमें प्राचीन डिजाइन को कायम रखते हुए आधुनिक स्वरूप दिया जाएगा। सभी जगह मुख्य द्वार और अन्य अटेंडेंट गेट को विकसित किया जाएगा।

फीडबैक सिस्टम भी होगा
सभी सेवाओं के लिए सरकारी मॉनिटरिंग सिस्टम भी विकसित किया जाएगा। मरीजों और उनके परिजनों से फीडबैक लिया जाएगा, ताकि कहीं पर खराब स्थिति होने पर एक्शन लिया जा सके।

ऐसे होगा स्मार्ट लुक
: फायर सुरक्षा के सारे इंतजाम होंगे। नए अग्निशमन यंत्र लगाए जाएंगे।
: सुरक्षा स्टाफ ट्रेंड होगा। सुरक्षा गार्ड से लेकर अन्य इंतजाम तक किए जाएंगे।
: परिसर विस्तार और ओपीडी को मार्डन लुक दिया जाएगा। भवन अपग्रेडेशन।
: मेडिकल वेस्ट निपटारे के इंतजाम। बायो मेडिकल वेस्ट संग्रहण-निस्पादन।
: कलरफुल बेडशीट, दीवारों पर चित्रकला, विभिन्न वार्ड को बेहतर स्वरूप देना।

किसकी क्या होगी जिम्मेदारी?
नगरीय प्रशासन विभाग के पास साफ-सफाई, पानी, सुरक्षा और अधोसंरचना संबंधित अन्य काम आएंगे। इसमें साफ-सफाई, सुरक्षा, मरीज अटेंडेंस सिस्टम डेवलपमेंट, रैंप निर्माण, पार्किंग मैनेजमेंट, परिसर विस्तार, वेटिंग रूम सहित अन्य काम शामिल रहेंगे। जिला अस्पताल का पूरा काम स्वास्थ्य विभाग के पास ही है।

स्वास्थ्य मंत्री के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया गया है। जिला अस्पतालों में अब हम सफाई और पानी का जिम्मा संभालेंगे।
- जयवर्धन सिंह, मंत्री, नगरीय प्रशासन

हो चुका है सफाई घोटाला
जिला अस्पतालों के साफ-सफाई और संचालन में हाल ही में बड़ा घोटाला हुआ है। इसमें राजगढ़, धार, उमरिया, छिंडवाड़ा, बुरहानपुर, सिंगरोली, सीहोर, बैतूल, हरदा सहित अन्य जिलों में कार्रवाई भी की गई है।

इन जिलों में सफाई, बॉयो मेडिकल वेस्ट और सुरक्षा के नाम पर निर्धारित मापदंड से अधिक राशि खर्च कर दी गई। दूसरी ओर शहडोल सहित कुछ जिलों में साफ-सफाई का बजट ही खर्च नहीं होना पाया गया था।