Transfer- मध्यप्रदेश में तबादलों के अंतिम दौर में सैंकड़ों पटवारियों को इधर से उधर कर दिया गया है। प्रदेश में बनी तबादला नीति के अनुसार किसी भी पटवारी को उसकी गृह तहसील में नहीं रखा जा सकता। इसी आधार पर प्रदेशभर में गृह तहसीलों में पदस्थ पटवारियों को हटाया जा रहा है। इसी तारतम्य में भू अभिलेख आयुक्त ने शनिवार को सैंकड़ों पटवारियों के जिले परिवर्तित कर दिए हैं। डेडलाइन के महज तीन दिन पहले इन पटवारियों पर तबादलों की गाज गिरी। अब प्रदेश के राजस्व निरीक्षकों के स्थानांतरण आदेश जारी होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले की डेडलाइन 17 जून तय की गई है। ऐसे में विभिन्न विभागों में स्थानांतरण के लिए गहमागहमी तेज हो गई है। अगले तीन दिनों में सभी प्रमुख विभागों में बड़े पैमाने पर स्थानांतरण होने का अनुमान है।
तबादलों के इसी क्रम में भू अभिलेख आयुक्त ने 509 पटवारियों को इधर से उधर कर दिया है। इन सभी पटवारियों का एक जिले से दूसरे जिले में संविलयन किया गया है। आयुक्त भू अभिलेख अनुभा श्रीवास्तव ने पटवारियों की संविलयन और तबादला नीति के आधार पर स्थानांतरित पटवारियों की सूची जारी की। इस तबादला सूची में प्रदेश में करीब 22 हजार से अधिक पटवारी हैं।
बता दें कि पटवारियों की तबादला नीति के आधार पर पटवारी को एक बार जिला आवंटित हो जाने पर उन्हें उस जिले में ज्वाइन करना होगा, जिस जिले में संविलयन चाहा गया है। पटवारी परीक्षा 2022 के 16 फरवरी 2024 को घोषित रिजल्ट के पूर्व नियुक्त पटवारी ही दूसरे जिले में संविलियन के लिए आवेदन के पात्र हैं। जिनके विरुद्ध आपराधिक प्रकरण चल रहे हैं, वे पटवारी तबादले के लिए पात्र नहीं होंगे। नीति के अनुसार प्रदेशभर में कलेक्टर पटवारियों को गृह तहसील से भी हटा रहे हैं।
Published on:
14 Jun 2025 09:05 pm