
पति ने काट दिया था एक हाथ, एक पैर, अब गुजारे के लिए नौकरी और बच्चे की पढ़ाई के लिए मांगी मदद
भोपाल. विश्वकर्मा नगर निवासी संगीता सिसोदिया के पति ने 9 मार्च को घरेलू हिंसा में उनका एक हाथ और एक पैर काट दिया था। इलाज के लिए उन्हें हमीदिया में भर्ती कराया, वहां 21 दिन इलाज चला। इसके बाद निजी अस्पताल में भी उनका इलाज चला। इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें चार लाख रुपए की आर्थिक मदद भी की गई। इसमें से काफी रुपया निजी अस्पताल में इलाज के दौरान खर्च हो गया। कलेक्टोरेट में जनसुनवाई में पहुंची संगीता सिसोदिया ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को बताया कि उनके एक पैर में अभी भी परेशानी बनी हुई है। हमीदिया में भर्ती के दौरान ही अधिकारी जब उनसे मिलने पहुंचे तो उन्होंने हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया था। इसी आस में वह कलेक्टर से अपने लिए कोई नौकरी और आठ साल के बेटे के लिए पढ़ाई की व्यवस्था कराने के लिए मिली थी। संगीता ने बताया कि इस समय वह अपनी मां के पास बिलखिरिया में रह रही है, मां एक छोटा चाय का होटल चलाती है। एक छोटा भाई और एक बहन भी है। ऐसे में गुजारा होना संभव नहीं हो पा रहा। एक हाथ लगवाना है जिसमें करीब चार लाख रुपए का खर्चा आएगा। ऐसे में उसे नौकरी की सख्त जरूरत है। कलेक्टर ने संगीता को भरोसा दिलाया है कि वे आवेदन करें,जो संभव होगा मदद की जाएगी।
टक्कर मारकर ओला का नंबर डाल दिया
स्टेशन बजरिया थाना अंतर्गत ओवर ब्रिज पर टहलने निकले 68 वर्ष के बुजुर्ग को एक लोडिंग ऑटो ने टक्कर मार दी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए हमीदिया में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने इलाज के बाद दम तोड़ दिया। पुलिस ने लोडिंग ऑटो जब्त कर लिया। लेकिन किसी ने बयान में ओला चालक प्रदीप जाधव की गाड़ी का नंबर नोट करा दिया। पुलिस ने उस नंबर को विवेचना में लेकर जांच शुरू कर दी और ओला चालक को परेशान करना शुरू कर दिया। जबकि कंपनी के रिकॉर्ड के अनुसार जिस समय घटना हुई, चालक शास्त्री नगर में सवारी उतार रहा था। कलेक्टर ने उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।
आठ महीने में पत्नी को घर से निकाला
जनसुनवाई में पहुंची टीला जमालपुरा निवासी फरजाना ने आरोप लगाया कि उसके पति सलमान ने उसे घर से निकाल दिया है। आठ महीने पहले दोनों की शादी हुई थी। शादी के बाद से सलमान निवासी कबाडख़ाना और ससुराल पक्ष के लोग फरजाना के साथ मारपीट करते आ रहे हैं। फरजाना ने मारपीट के जख्म भी कलेक्टर को दिखाते हुए बताया कि इन लोगों ने मुझे पिछले चार महीने से कैद कर रखा है। कलेक्टर ने महिला की शिकायत के आधार पर मामले की जांच पुलिस अधीक्षक उत्तर को सौंपी है।
खुशी में बांट गए केले, सेब बिस्किट
बैरसिया के टेम नदी बांध परियोजना में ग्राम मजीदगढ़ के 200 किसानों की भूमि डूब क्षेत्र में आ गई। इसमें 130 किसानों की फाइल मुआवजे के लिए तैयार हुई। 2 जुलाई को सौ किसानों के खाते में राशि पहुंच गई, बाकी किसानों के खाते में राशि पहुंची नहीं। इससे परेशान 26 किसान दो हफ्ते पहले कलेक्टर अविनाश लवानिया से मिले तो उन्होंने आठ दिन में राशि उनके खाते में पहुंचाने का आश्वासन दिया। किसानों का काम हो गया तो वे पांच माह बाद शुरू हुई जनसुनवाई में पहुंचे और कलेक्टर का धन्यवाद देते हुए जनसुनवाई में आए आवेदकों को सेब, फल और बिस्किट बांटकर चले गए। उनका कहना था कि वे खुशी में ये सब बांट रहे हैं। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने खुद बैठकर सभी प्रकरणों को सुना और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया।
Published on:
21 Sept 2021 09:53 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
