
भोपाल. हादसे की सूचना मिलते ही हमीदिया अस्पताल में विधायक विश्वास सांरग, आरिफ मसूद, जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा परिजन से मिलने पहुंचे। प्रभारी मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने खटला पुरा, छोटा तालाब दुर्घटना- मजिस्ट्रियल जांच एवं पीड़ित परिवारों को 11- 11 लाख रूपए की सहायता दिए जाने के आदेश।

एनडीआरएफ की टीम ने बताया की नाव में क्षमता से अधिक लोग बैठने और लाईफ जैकेट न होने से बड़ा हादसा हुआ है। नाव पलटने की सूचना मिलते ही प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए। एसडीआरएफ की टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया और 6 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है।

मारे गए लोग पिपलानी के 1100 क्वार्टर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। नाव पलटने की सूचना मिलते ही प्रशासन के लोग मौके पर पहुंच गए। एसडीआरएफ की टीम ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया और 6 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल के खटलापुरा में हुई घटना में साफ तौर पर कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर जिम्मेदार हैं। जिला प्रशासन और नगर निगम का काम है कि विसर्जन घाट पर गौताखोरों की व्यवस्था रखें। पुलिस और होमगार्ड की जिम्मेदारी है कि नाव में अधिक लोगों को को न बैठने दिया जाये।

तड़के चार बजे गणेश विसर्जन के दौरान हुआ। हादसे की सूचना लगते ही घटना स्थल पर एनडीआरएफ की टीम, पुलिस दल, नेता नगरी सब पहुंचे। हादसे की लापरवहीं को देखते हुये मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच कराने के निर्देश दिये है।

खटला पुरा घाट पर नाव पलटने से 12 लोगों की मौत से हर जगह अफरा-तफरी है। हर आंखों में आंसू हैं, पिपलानी के 1100 क्वार्टर क्षेत्र गमगीन हो गया है।

खटला पुरा घाट पर नाव पलटने से 12 लोगों की मौत से हर जगह अफरा-तफरी है। हर आंखों में आंसू हैं, पिपलानी के 1100 क्वार्टर क्षेत्र गमगीन हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले पर कार्रवाई करते हुये लापरवाही को लेकर ड्यूटी चार्ट में जितनों की ड्यूटी थी उन सब पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं। इसमें नाव चलाने वाले नाविक पर भी FIR दर्ज की गई है।