विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकाडाउन के कारण हवा साफ हो गई है। क्योंकि मार्च से चल रहे लॉकडाउन में ट्रेन से लेकर निजी गाड़ियों सहित सभी एयरलाइंस और अधिकतर फैक्ट्रियां बंद चल रही थी। इस वजह से हवा साफ हो गई और वायु प्रदूषण भी ना के बराबर है। इसी बीच भोपाल में भी मौसम को लेकर बहुत चौंकाने वाली बात मौसम वैज्ञानिक ने बताई।
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दरअसल, भोपाल में पिछले 12 साल के मुकाबले इस बार कम गर्मी पड़ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार मार्च के महीने में अधिकांश दिनों का तापमान कम था वहीं अप्रैल की बात करें तो आखिरी दिन को छोड़कर 29 दिनों में से ज्यादातर दिनों में सामान्य से कम गर्मी पड़ी। वहीं अब मई के महीने में भी तापमान में कमोबेस वही हाल है। मई के 7 में से दो दिन तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम रहा और बाकी दिन औसत से एक डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले आने वाले कुछ दिनों में तापमान सामान्य रहने के आसार हैं।
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हर 10 दिन के अंतराल में पश्चिमी विक्षोभ हो रहा सक्रिय
मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के मुताबिक, इस बार तापमान का सामान्य से कम रहने के कई कारण हैं। इसके अलावा मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि हर 10 दिन के अंतराल में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो की कम गर्मी पड़ने का बड़ा कारण है। वहीं, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में नमी बनी हुई है, जो बादल के रूप में दिखाई दे रही है। इसके अलावा लॉकडाउन को भी कम गर्मी का एक अहम कारण माना जा रहा है। क्योंकि इस दौरान वाहन और कारखाने व फैक्ट्रियां बंद हैं। इसलिए तापमान इस साल पिछले साल की अपेक्षा कम है।
अगले 2 दिनों तापमान गिरने की संभावना
मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के मुताबिक, अगले 2 दिनों के दौरान मध्यप्रदेश के अधिकतम तापमान गिरने की संभावना है। 14 से 16 के दौरान पश्चिमोत्तर मध्यप्रदेश में कहीं कहीं से कुछ स्थानों पर प्री मानसून गतिविधियां देखने मिल सकती है।