
Moral Values
भोपाल। सदियों से भारत की संस्कृति नैतिक मूल्यों व गुणों से परिपूर्ण है। हमारी संस्कृति नैतिक आचार-विचार व व्यवहार का पालन करने के लिए सदैव प्रेरित करती है, परंतु अफसोस की बात है कि आज समाज और जीवन के हर एक क्षेत्र में नैतिक मूल्यों का ह्वास तेजी से हो रहा है। कई लोग यह भी प्रश्न करते हैं कि आखिर नैतिकता का अभिप्राय क्या है? नैतिकता का आशय है- नीति के अनुसार। यानी हमारे विचार, कर्म और व्यवहार सद्गुणों से प्रेरित हों और वे धर्म, संस्कृति व राष्ट्र के लिए हितकारी हों।
नैतिक मूल्यों की उपयोगिता न सिर्फ व्यक्तित्व बल्कि जीवन को भी नई दिशा देने का कार्य करती है। खासतौर पर बच्चों के लिए नैतिक मूल्य का महत्व प्रमुख रूप से हो जाता है। इसी कारण अब सीबीएसई बच्चों को नैतिक मूल्यों से अवगत कराने के लिए अलग से स्पेशल सेशन आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए सीबीएसई और रामकृष्ण मिशन के बीच एमओयू साइन किया गया है। इसके चलते वे बच्चों को शिक्षा का मूल्य समझाने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों से भी अवगत कराएंगे।
कक्षा 6 से 9वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए
नैतिक मूल्यों का सेशन सीबीएसई के 6वीं से लेकर 9वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए होगा। इसके अलावा उन्हें लोगों से नेटवर्क बनाने जैसे व्यक्तित्व को निखारने वाली बातें भी बताई जाएंगी। इसके अलावा सामाजिक बदलावों की जानकारी दी जाएगी जिससे वे भविष्य में सामने आने वाली चुनौतियों का मुकाबला कर सकें।
रामकृष्ण मिशन से आएंगे एक्सपर्ट
स्कूलों में इन स्पेशल सेशन के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पहले भी बच्चों को स्कूलों में एक क्लास या असेंबली के जरिए नैतिक मूल्यों का महत्व बताया जाता था, लेकिन अब उन्हें स्पेशल सेशन में व्यक्तित्व को बेहतर बनाने और नैतिक मूल्य की उपयोगिता समझाई जाएगी। इसमें रामकृष्ण से जुड़े व्यक्ति बच्चों से बात करके उन्हें नैतिक मूल्यों की जानकारी देंगे।
Published on:
05 Jan 2018 02:42 pm
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