Bhopal Municipal Corporation Budget: नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए गुरुवार को नगर परिषद की हंगामेदार बैठक के बीच 3611 करोड़ 79 लाख 75 हजार रुपए का बजट पेश, शहर विकास के 15 बड़े प्रोजेक्ट के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए आवंटित जो बदल देंगे भोपाल की सीरत और सूरत दोनों
Bhopal Municipal Corporation Budget: नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए गुरुवार को नगर परिषद की हंगामेदार बैठक के बीच 3611 करोड़ 79 लाख 75 हजार रुपए का बजट पेश किया। अगस्त 2022 को गठित महापौर परिषद के बाद महापौर मालती राय का ये तीसरा बजट है। कोविड की वजह से पहला बजट नहीं आया था। बीते साल का 35393.16 लाख करोड़ का बजट था। इस साल बजट में हवा, पानी, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा और स्वच्छता पर ज्यादा फोकस किया गया है।
शहर विकास के 15 बड़े प्रोजेक्ट के लिए लगभग 300 करोड़ रुपए आवंटित हुए हैं। पहली बार महापौर परिषद सदस्यों के लिए विकास राशि सालाना एक करोड़ का प्रस्ताव पारित किया गया है। निगमायुक्त हरेंद्र नारायण की अध्यक्षता में अपर आयुक्त गुणवंत सेवतकर एवं वित्त विभाग की टीम ने बजट को प्रोजेक्ट के वित्तीय मूल्यांकन वभविष्य की मांग के अनुसार तैयार किया।
भोपाल के लोकतंत्र सेनानी नानकराम वाधवानी के नाम पर बैरागढ़ की एक सड़क के नामकरण का प्रस्ताव भी पास हो गया। एमआइसी मेंबर राजेश हिंगोरानी ने प्रस्ताव पेश किया था।
टीटी नगर स्थित सरकारी आवास का नाम सीएम मोहन यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी परिसर करने की घोषणा की थी। निगम की मीटिंग में यह प्रस्ताव पास हो गया। एमआइसी मेंबर रविन्द्र यति ने यह प्रस्ताव रखा।
महापौर ने बजट बैठक में जब अध्यक्ष, एमआईसी सदस्य एवं पार्षदों की विकास निधि को दोगुना करने का ऐलान तब जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस ने बजट में खामियां निकालते हुए बहिष्कार किया और कोर्ट में इसे चुनौती देने का एलान किया। भाजपा ने बहुमत के आधार पर बजट प्रस्ताव पारित कर दिया।
नगर परिषद बैठक के प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस-पार्षदों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। वक्फ कानून, वन नेशन वन इलेक्शन जैसे प्रस्ताव पर चर्चा करने की बात पर कांग्रेसी बिफर गए। इसके बाद एमआइसी सदस्य रविंत यति द्वारा प्रापर्टी टैक्स कलेक्शन के आधार पर वार्ड को राशि आवंटित करने के सुझाव पर बहस इतनी बढ़ी कि कांग्रेसी पार्षद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी की आसंदी के सामने धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस ने नगर निगम की ग्रीन बिल्डिंग मुयालय में जीएसटी की राशि जमा कराने के नाम पर निजी एजेंसी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। बजट प्रस्ताव पर रात 8 बजे तक बहस चलती रही। कांग्रेस ने बजट का बहिष्कार कर दिया जिसके बाद भाजपा ने बहुमत के आधार पर इसे पास किया।
भाजपा पार्षद देवेंद्र भार्गव ने जेडओ और इंजीनियरों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए। उन्होंने इसके लिए जांच समिति बनाने की मांग की। भाजपा महिला पार्षदों ने भी कहा कि अफसर उनके फोन नहीं उठाते और ऑफिस चेंबर के बाद इंतजार करवाते हैं। वार्ड 12 के जेडओ को हटाने के निर्देश दिए गए।
कांग्रेस पार्षदों द्वारा बजट पर हंगामा करने और टैक्स पर कोर्ट जाने की बात पर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा, कांग्रेस के मित्रों की हमेशा से हंगामा करने की आदत रही है। वो सार्थक चर्चा करना ही नहीं चाहते हैं। टैक्स गाइडलाइन के आधार पर बढ़ा है।
टैक्स में बढ़ोतरी को आवश्यक बताते हुए मेयर मालती राय ने कहा कि 16वें वित्त आयोग ने कहा है कि निगम के संचालन के लिए आय और व्यय में अंतर को कम करना होगा, ताकि राजस्व बढ़े और अनुदान कम हो। इसलिए बढ़ोतरी की गई।
जलकर क्यों बढ़ाना पड़ा? इस सवाल पर एमआईसी मेंबर रविन्द्र यति ने जवाब देते हुए कहा कि पानी पर ही भोपाल नगर निगम सालाना 200 करोड़ के घाटे में है। अवैध नल कनेक्शन भी हैं, इससे राशि नहीं मिल रही है। इसलिए जलकर बढ़ाना मजबूरी थी।
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा कि निगम की नियामवली की धारा 132 में है कि 31 मार्च के बाद टैक्स में बढ़ोतरी नहीं की जा सकती फिर कर में बढ़ोतरी किस आधार पर की गई है। निगम की इस गलती के खिलाफ हम कोर्ट में जाएंगे।
महापौर मालती राय ने वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन प्रस्ताव रखा। बहस के बाद इसे पास कर दिया गया।
1.- हेरिटेज प्रवेश द्वार निर्माण: प्रमुख मार्गों पर 30 करोड़ से हेरिटेज स्वागत प्रवेश 'द्वार'
2.- महिला सशक्तिकरण: महिलाओं और युवतियों के रोजगार के लिए 15 करोड़
3.- सौर ऊर्जा प्लांट: फिल्टर प्लांटों में 'सौर उर्जा प्लांट' के लिए 1.5 करोड़
4.- स्वच्छ भारत मिशन 2.0: कचरा निपटान के प्लांटों के लिए 5 करोड़ का प्रावधान
5.- पार्क और हरित क्षेत्र: उद्यानों को संवारने के लिए 12 करोड़
6.- जल संरचना: जलस्त्रोतों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए 3 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
7.- गीता भवन: गीता भवन के लिए 20 करोड़ रुपए
8.- विद्यालयों का विकास: नगर निगम की सरकारी शालाओं के लिए 30.65 करोड़
9.- छात्रों को प्रोत्साहन: निगम कर्मचारियों के बच्चों को 10 हजार रुपए प्रति छात्र-छात्रा प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
10.- वार्ड विकास निधि: वार्ड विकास योजना 25 लाख से बढ़ाकर 50 लाख। कुल 42.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे
11.- सड़क और सौंदर्यीकरण: शहर के मुय मार्गों के सौंदर्यीकरण के लिए 15 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया
12.- विश्राम घाट और कब्रिस्तानों का विकास: विश्राम घाटों के लिए 5 करोड़ रुपए और कब्रिस्तानों के लिए 2 करोड़ रुपए मिलेंगे
13- सडक़ें और नाला-नाली निर्माण: शहर की सड़कों के रखरखाव के लिए 30 करोड़ रुपए और नाला-नाली निर्माण के लिए 110 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है
14.- एनडीआएफ परियोजना: केंद्र से मिलने वाले विशेष फंड का उपयोग सीवेज लाइनों के लिए होगा। इसके लिए 200 करोड़ रुपए का प्रावधान नाला-नाली निर्माण कार्य के लिए किया गया है।
15.- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट: नगर निगम ने पहली बार जीआइएस फंड बनाया है। इससे सौंदर्यीकरण के कामों को पूरे साल सहेजने का प्रयास किया जाएगा। जीआईएस के दौरान किए गए सौन्दर्गीकरण कार्यों को संरक्षित करने के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।