
टाइगर स्टेट एमपी के बारे में जरूर पढ़ें ये रोचक और हैरान कर देने वाले फैक्ट्स
International Tiger Day 2024: देश का टाइगर स्टेट (Tiger State), लगातार दो बार टाइगर स्टेट का तमगा हासिल करने वाला देश का पहला राज्य है मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)…देश की नजरों में भले ही एमपी को अब तक दो बार टाइगर स्टेट का दर्जा मिला हो, लेकिन आपको बता दें कि एमपी को पहली बार 2006 में टाइगर स्टेट घोषित किया गया था। उसके बाद 2018 में और फिर 2023 में यानी एमपी तीन बार ये गौरवपूर्ण खिताब हासिल कर चुका है।
क्या आप जानते हैं कि एमपी को टाइगर स्टेट क्यों घोषित किया गया? अगर इस प्रश्न के जवाब में आपका उत्तर ये है कि यहां देश में सबसे ज्यादा टाइगर रहते हैं…तो आपको यहां कुछ करेक्शन की जरूरत है, नहीं तो आपका ये उत्तर अधूरा माना जाएगा…कैसे जानने के लिए आज International Tiger Day 2024 (29 July) पर हम आपको बताने जा रहे हैं टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश और मध्य प्रदेश की खूबसूरत वाइल्ड लाइफ को रोमांच से भरने वाले टाइगर्स के बारे में बड़े ही रोचक फैक्ट्स (Interesting Facts About The Tiger State MP and its Tigers)
मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा अब तक दो बार मिल चुका है। पहली बार 2018 में हुई टाइगर गणना के दौरान, तब जब यहां देशभर में सबसे ज्यादा 526 टाइगर थे। वहीं दूसरी बार तब जब 2022 की गणना (Tiger Counting) में एमपी में देश भर में सबसे ज्यादा 785 टाइगर पाए गए। और वैसे एमपी के लिए टाइगर स्टेट कहलाने का पहला मौका तब आया था जब 2006 में पहली बार इसे टाइगर स्टेट घोषित किया गया था।
बता दें कि टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश टाइगर रिजर्व (Tiger Reserves in MP) के कारण दुनिया भर में मशहूर है। 2023 में मध्य प्रदेश के कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (Satpuda tiger) को मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवैल्यूशन में देश के टॉप 5 टाइगर रिजर्व में चुना गया।
इस खबर से एपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की खुशी का ठिकाना नहीं था और उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि, 'टाइगर का पुनर्स्थापन कोई आसान काम नहीं है, लेकिन ये काम हमने अपने हाथ में लिया है और आज हम 'टाइगर स्टेट' हैं। इस उपलब्धि में जितने भी साथी शामिल हैं। मैं उन सभी को हृदय से बधाई और धन्यवाद देता हूं।'
अगर हम ये कहें कि देशभर में अगर टाइगर्स को किसी राज्य की आब-ओ-हवा पसंद है, तो वह मध्य प्रदेश ही है, तो यह कहना गलत नहीं होगा। क्योंकि एमपी की वाइल्ड लाइफ को रोमांच से भरने वाले टाइगर्स की आबादी देशभर में सबसे ज्यादा एमपी में ही है और लगातार बढ़ रही है। एमपी की वाइल्ड लाइफ का बड़ा ही पॉजीटिव फैक्टर है जो इसे टाइगर रिच या कहें की टाइगर स्टेट बनाता है।
मध्य प्रदेश की वाइल्ड लाइफ का सबसे रोचक फैक्ट यही है कि एमपी में कुल 7 टाइगर रिजर्व हैं। कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा, पेंच, पन्ना, संजय-डुबरी और नौरादेही का रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व शामिल है। बता दें कि एमपी के इन टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में पर्यटक बाघ समेत अन्य जंगली जानवर देखने आते है। बता दें कि एक अनुमान के मुताबिक वर्तमान में एमपी में 1000 करीब बाघ हैं।
सबकुछ सही रहा तो जल्द ही एमपी की राजधानी भोपाल से सटे रातापानी वन्यजीव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित किया जाएगा। पिछले 16 साल से इसे टाइगर रिजर्व घोषित किए जाने का इंतजार एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव ने 11 जून 2024 को हुए कैबिनेट मीटिंग में साफ कर दिया था।
सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Dr. Mohan Yadav) ने मौखिक सहमिती देते हुए कहा था कि रातापानी को टाइगर रिजर्व (Ratapani Tiger Reserve) बनाने की जो प्रक्रिया चल रही है, उसे जल्द पूरा किया जाए। इसमें प्रत्येक स्तर पर नियमों का पालन किए जाने के निर्देश दिए। बता दें कि नौरादेही के दुर्गावती टाइगर (Durgawati Tiger Reserve) रिजर्व के बाद ये एमपी का 8वां टाइगर रिजर्व होगा। यानी जल्द ही वाइल्ड लाइफ लवर्स (Wildlife Lovers) को एमपी में 8वां टाइगर रिजर्व (8th Tiger Reserve of MP) घूमने का मौका मिलेगा।
जी हां अगर हम ये कह रहे हैं कि देशभर में टाइगर्स को सबसे ज्यादा एमपी पसंद है, तो हमारे पास एक ऐसा बड़ा उदाहरण भी है जो ये दर्शाता है कि देश के दिल एमपी में एक ऐसी जगह या शहर भी है जिसे हम टाइगर्स की फेवरेट जगह में शामिल कर सकते हैं। जीहां..ऐसा इसलिए क्योंकि देश ही नहीं दुनिया भर में एमपी में ही एक शहर का फॉरेस्ट एरिया ऐसा है, जहां एक साथ 4 या 5 या 10 नहीं, बल्कि 25 से ज्यादा टाइगर रहते हैं और वो भी एक ही फैमिली के। हर किसी को एक्साइटेड कर देने वाले इस फैक्ट से आप भी हैरान या खुश हुए होंगे।
दरअसल मई 2024 में राजधानी भोपाल से सटे समरधा के जंगलों में एक साथ 25 टाइगर्स को घूमते देखा गया। वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट ने इन 25 टाइगर्स को देखकर इसे दुनिया की सबसे बड़ी टाइगर फैमिली (Biggest Tiger Family) कहा। इस खबर से वाइल्ड लाइफ लवर्स बेहद खुश हो गए।
बता दें कि मई 2024 में भोपाल की समरधा रेंज में 10 किलोमीटर के दायरे में एक साथ 25 टाइगर्स को घूमते देखकर अधिकारी हैरान रह गए थे। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। जबकि वर्ष 2022 की गणना में भोपाल के जंगलों (समरधा रेंज) में 9 बाघों की पुष्टि हुई थी।
लेकिन टाइगर्स की इस फैमिली की खबर ने हर किसी को चौंका दिया। दुनिया की इस सबसे बड़ी 25 टाइगर की फैमिली में 3 मेल टाइगर्स, 5 फीमेल टाइगर्स और 17 टाइगर शावकों को एक साथ घूमते देखा गया था। इन सभी बाघ शावकों ने वर्ष 2022 में हुई टाइगर गणना के बाद जन्म लिया है। बता दें कि अब बाघों की गणना (Tigers Counting) 2026 में की जाएगी और इस फैमिली को देखते हुए हम उम्मीद कर सकते हैं कि मध्य प्रदेश को तीसरी बार फिर टाइगर स्टेट का गौरव मिलेगा।
दुनिया का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व म्यांमार का हुकाउंग वैली टाइगर रिजर्व तनाई शहर के पास है। इस टाइगर रिजर्व एरिया 6500 वर्ग किमी है। लेकिन…
Updated on:
29 Jul 2024 07:58 am
Published on:
28 Jul 2024 12:45 pm
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