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स्टैंड अप कॉमेडियन विकृति के वाहक, अपने बच्चों को क्या मुंह दिखाएंगे, देखें वीडियो

प्रसिद्ध कवि सुमित ओरछा से पत्रिका डॉट. कॉम की खास बातचीत...

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भोपाल. युवा अपने जीवन को सार्थक बनाएं सफल नहीं...ये कहना है भगवान राम की नगरी से ओरछा से आने वाले प्रसिद्ध कवि सुमित ओरछा का। सुमित ओरछा देशभर में करीब 1000 कवि सम्मेलनों में शिरकत कर चुके हैं और राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय मंत्री भी हैं। पढ़ाई करने के लिए ओरछा से भोपाल आए और फिर कविता पाठ करते करते प्रदेश के मशहूर कवियों में अपनी जगह बनाने वाले सुमित ओरछा एक राजनीतिक पार्टी की विचारधारा से भी प्रभावित रहे हैं और उसके प्रवक्ता भी रह चुके हैं। पत्रिका डॉट कॉम से खास बातचीत के दौरान कवि सुमित ओरछा ने अपने जीवन व सोशल मीडिया के दौर में स्टैंड अप कॉमेडी के नाम पर होने वाली फूहड़ता और अश्लीलता को लेकर खुलकर अपने विचार रखे।

'..वो अपने बच्चों को क्या मुंह दिखाएंगे'
कवि सुमित ओरछा ने पत्रिका डॉट से खास बातचीत करते हुए सोशल मीडिया के दौर में तेजी से बढ़ रही फूहड़ता और स्टैंड अप कॉमेडी के नाम पर होने वाली डबल मीनिंग बातों को लेकर भी अपने विचार रखे। उन्होंने स्टैंड अप कॉमेडी के बढ़ते चलन को लेकर साफ कहा कि जो लोग आजकल स्टैंड अप कॉमेडी कर रहे हैं कल जब उनके बच्चे बड़े होकर उनके इन्हीं वीडियो को देखेगें तो उनके बारे में क्या सोचेंगे ? सुमित ओरछा ने कहा कि अगर स्टैंड अप कॉमेडी करने वाले अगर इस बात को एक रात ही सोच लें तो उन्हें असलियत का ज्ञान हो जाएगा।

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कवि सुमित ओरछा से खास बातचीत के अंश
सवाल- कवि के तौर पर अभी तक का सफर कैसा रहा?
जवाब- प्रभु की कृपा से ही..ईश्वरीय शक्ति ने मुझे इस काम के लिए प्रेरित किया। मैं तो भोपाल किसी और काम से आया था..अध्ययन के लिए आता था और राजनीति के लिए आता था लेकिन कब मुझे कविता का दिशा..कविता का बोध और कविओं का सानिध्य मिलना शुरु हो गया इसे तो मैं प्रभु की कृपा ही कहूंगा।

सवाल- कवि सम्मेलन में जाने का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?
जवाब- कवि सम्मेलन एक वाचक परंपरा का उत्कृष्ट साधन है जिसमें आप हर दिन हर अलग अलग स्थानों पर अलग अलग हजारों लोगों से संवाद में रहते हैं। ऐसे जीवंत संवाद का ऐसा कोई दूसरा मंच नहीं है इसलिए मेरा विश्वास है कि कवि सम्मेलनों के माध्यम से सामाजिक चेतना के स्वर जो मुखरित होते हैं..समाज और संस्कृति के जो स्वर मुखरित होते हैं वो लंबे समय तक जनमानस के मन में मुखरित हो जाते हैं। इसलिए मैं मानता हूं कवि सम्मेलन समाज में अच्छे विचारों को फैलाने का एक उचित माध्यम है।

सवाल- राजनैतिक पार्टी की विचारधारा से जु़ड़े रह चुके हैं और कविता तो हमेशा राजसत्ता का विरोध करती है तो फिर इसमें कैसे सामंजस्य बिठाते हैं ?
जवाब- सत्ता की गोद में बैठकर और उनके वैचारिक पोषण को करने वाले कुछ वामपंथी साहित्यकारों ने इस तरह का मिथक देश में पैदा कर रखा है कि कविता, साहित्य हमेशा सत्ता का विरोधी रहता है। लेकिन सच तो ये है कि अगर सत्ता मद में है तो कवि का धर्म है कि उसको आगाह करे लेकिन अगर सत्ता जनहितैषी है तो कवि का धर्म है कि उसका उत्साहवर्धन करे।

सवाल- स्टैंड अप कॉमेडियन को लेकर आप क्या कहेंगे?
जवाब- विकृति का असतित्व होता है मैं इसमें विश्वास करता हूं..रावण है तो राम की उपयोगिता समझ में आती है दोनों में अंतर समझ में आता है..ऐसे लोग विकृति के वाहक है जो हंसाने के लिए गालियों का उपयोग करते हैं..डबल मीनिंग बातें करते हैं उनका असतित्व हमसे बिलकुल अलग है। हम संस्कृति के दूत हैं वो विकृति के दूत हैं यही उनकी विकृतियां या संवाद उनके बच्चे सुनेंगे उनकी बेटी सुनेगी तो वो क्या सोचेगें। मैं दावा करता हूं कि अगर स्टैंड अप कॉमेडियन एक रात इस बात पर सोच लें तो स्टैंड अप कॉमेडी करना छोड़ दें।

सवाल- युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे।
जवाब- जीवन की सफलता और सार्थकता में एक थोड़ा सा भेद है इसे पहचानना होगा समझना होगा और जीवन की सफलता नहीं बल्कि सार्थकता के पीछे दौड़ें। सार्थक होगा जीवन सेवा से..सद्मभाव से..संस्कारों से संस्कृतिक की सेवा से, मानवों की सेवा से गरीबों की सेवा से इसलिए सफलता के पीछे नहीं सार्थकता के पीछे दौड़ें।

सवाल- आपकी कविता राम काफी पसंद की जा रही है उसके बारे में बताएं?
जवाब- मैं बचपन से रामलीला देखता था..फिर राम सत्संग करने का बहुत मौका मिला तो देखा कि पंडाल में युवाओं की संख्या बहुत कम होती थी। पंडाल में महिलाएं बहुत होती थी और कुछ पुरुष और कुछ बुजुर्ग होते थे जो रामजी के आदर्शों को ग्रहण कर रहे हैं। तो मुझे लगा कि राम जी का जीवन दर्शन आज के युवाओं के बीच जाना चाहिए तो ईश्वर ने ही रास्ता दिखाया और राम जी के विराट चरित्र को कविता के रूप में प्रेरणा के रूप में प्रेरणा कथा के रूप में लिखीं जो राजस्थान में पहली बार मंच से सुनाई थी और खूब पसंद की जा रही हैं।

देखें वीडियो-