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PM मोदी के संबोधन पर एमपी में सियासत, जीतू पटवारी ने पूछा- ‘क्या भारत की विदेश नीति अमेरिका के हाथ में है?’

Jeetu Patwari question : भारत की विदेश नीति अमेरिका के हाथ में है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीती रात 8 बजे देशवासियों को किए संबोधन पर एमपी में सियासत शुरु हो गई है। इस मामले में जीतू पटवारी ने कई सवाल उठाए

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Jeetu Patwari question

Jeetu Patwari question : पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार रात 8 बजे देश को संबोधित किया। अपने 22 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, आतंकवाद, सिंधु जल समझौते और PoK पर बात की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा- जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया। हमारे ऑपरेशन में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादी मारे गए।

पीएम ने अपने संबोधन में ये भी कहा कि 'पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने संघर्ष रोकने की सहमति दी है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन को सिर्फ स्थगित किया है। पाकिस्तान का रवैय्या आगे का एक्शन तय करेगा। हालांकि, अब प्रधानमंत्री के इसी संबोधन को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है।

'22 मिनट के वक्तव्य में सिर्फ वही बात..'

प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि, पीएम मोदी ने अपने 22 मिनट के वक्तव्य में वही बाते कहीं, जो अलग-अलग समय पर सेना ने देश से कही हैं। ये देश के लिए चिंता का विषय है कि, ऐसे समय में अमेरिका के राष्ट्रपति का ट्वीट आता है कि, मैंने दोनों देशों से बात की और वो दोनों सीजफायर के लिए मान गए। इसके बाद हमारे विदेश सचिव ने उनकी ये बात स्वीकार की।

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पटवारी ने उठाए सवाल

जीतू पटवारी ने आगे कहा कि, पाकिस्तान ने जैसा दुस्साहस किया, उसकी इतनी हैसियत नहीं कि, वो भारत के सामने खड़ा भी रह सके। उसके बाद भी अमेरिका के राष्ट्रपति का व्यवहार भारत और पाकिस्तान को एक जगह, एक जैसे खड़ा करना ये देश के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि, जहां तक देश के प्रधानमंत्री का सवाल है तो देश के पीएम का पद देश का मस्तक होता है। उसका सम्मान हर भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। देश की विदेश नीति क्या अमेरिका के हाथ में है? एक बार फिर यह गंभीर सवाल है।