
आइटी कंपनियों में नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे राजधानी समेत प्रदेश के आइटी इंजीनियर्स के लिए बुरी खबर है। इस बार कैंपस सेलेक्शन के लिए प्रदेश में आइटी कंपनियां कम आ रही हैं। जो आ भी रही हैं, वे इस साल 40 प्रतिशत कम फ्रेशर्स की भर्ती करेंगी। तगड़ी प्रतिस्पर्धा की वजह से कंपनियां लागत में कटौती कर रही हैं। इसलिए वे फ्रेशर्स पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। वहीं नौकरी के इंतजार में बैठे छात्र तनाव में हैं।
मार्च में उम्मीद: मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट, ट्रिपल आइटी सहित प्रदेश के अन्य विवि ने कैंपस सेलेक्शन के लिए आइटी कंपनियों से संपर्क किया है। मार्च में इनके आने की उम्मीद है। लेकिन कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि वे पूर्व में पास आउट छात्रों का चयन नहीं करेंगी। बैच से नए टेक्नोलॉजी से अपडेट स्टूडेंट ही उन्हें चाहिए। 2023-24 में सेलेक्शन 50 से 60 फीसदी ही हुआ था, शेष अवसर से चूक गए।
इस साल क्यों नहीं आ रही कंपनियां आइटी इंडस्ट्री?
इस साल इसलिए बुरे दौर से गुजर रही हैं क्योंकि इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी को ग्लोबल नुकसान हुआ है। इसलिए देश की टॉप आइटी रिक्रूटर कंपनियां भी नई हायरिंग से बच रही हैं। आइटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह स्थिति इस साल के एंड तक रह सकती है।
छात्रों को दे रहे स्टार्टअप
आइडिया मंदी की मार को देखते हुए संस्थान स्टार्टअप आइडिया दे रहे हैं। ताकि छात्र खुद के बिजनेस स्टार्टअप शुरू कर सकें। ट्रिपल आइटी भोपाल के प्लेसमेंट अधिकारी अजय श्रीवास्तव का कहना है कि संस्थान में आइडिया जेनरेट क्लास लग रही हैं। स्टार्टअप के लिए सरकार से आर्थिक मदद भी दिलाई जाती है।
Updated on:
10 Feb 2024 08:39 am
Published on:
10 Feb 2024 08:31 am
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