
भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लंबे समय बाद भोपाल लौटे और अपनी टीम को काम पर लगा दिया। तीन दिन की लगातार मुलाकातों में उन्होंने नेताओं को काम बांट दिए। कमलनाथ फिर दिल्ली रवाना हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो इस बार कमलनाथ पीसीसी में बदलाव की तैयारी से दिल्ली गए हैं, जहां वे प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक से इस संबंध में चर्चा करेंगे। कोरोना पर नियंत्रण के बाद अब निकाय चुनाव की तैयारियों पर फोकस हो गया है। प्रदेश में अपराध, महंगाई, कोरोना नियंत्रण में विफलता और अवैध उत्खनन को लेकर आंदोलन की तैयारी की जा रही है। इसकी जिम्मेदारी अलग-अलग नेताओं को सौंपी गई है।
इन नेताओं को जिम्मेदारी :
- कोरोना नियंत्रण में विफलता : मीडिया विभाग के प्रमुख जीतू पटवारी और विधायक जयवद्र्धन सिंह को कोरोना से संबंधित जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये नेता कोरोना की विफलता और मौत के गलत आंकड़ों पर सरकार को घेरेंगे। सभी विधायकों को साथ लेकर पीडि़त परिवारों को सरकार से मुआवजा दिलाने का काम किया जाएगा।
- अपराध : प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला करने का जिम्मा पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन और वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा को सौंपा गया है। खासतौर पर नेमावर कांड को प्रमुख मुद्दा बनाया गया है। इन दोनों नेताओं की अगुवाई में सभी आदिवासी विधायक नेमावर जाएंगे और पीडि़त परिवारों की मदद करेंगे। सरकार से सीबीआई जांच कराने का दवाब बनाएंगे।
- अवैध उत्खनन : प्रदेश में अवैध उत्खनन को लेकर भी सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। इसका जिम्मा वरिष्ठ नेता डॉ गोविंद सिंह और रामनिवास रावत को सौंपा गया है।
- महंगाई : प्रदेश में महंगाई को लेकर विधायक पीसी शर्मा समेत सभी जिला अध्यक्षों और विधायकों से आंदोलन की तैयारी करने को कहा गया है। परिवहन प्रकोष्ठ 22 जुलाई को सीहोर से भोपाल तक साइकिल रैली करेगा। इसके अलावा हर जिले में महंगाई के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। इसमें युवक कांग्रेस को भी जोड़ा गया है। युवक कांग्रेस महंगाई और अपराध के मुद्दों पर आंदोलन करेगा।
Published on:
11 Jul 2021 06:18 pm
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