जनता की सुविधा के लिए प्रारंभ किए गए राजस्व विभाग के नवाचार भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े में राजस्व से जुड़ी विभिन्न त्रुटियों के सुधार को लेकर जनता में बढ़ती रूचि को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके पहले यह अवधि 15 नवम्बर तक निर्धारित थी। अब यह अवधि 30 नवंबर तक बढ़ाई गई है। राजस्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना तथा भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़े की जमीनी हकीकत जानने के लिए वे स्वयं संभागवार योजनाओं की समीक्षा करेंगे। समीक्षा की शुरुआत मालवांचल के इंदौर से की जाएगी। इसके बाद ग्वालियर, जबलपुर, रीवा तथा अन्य संभागों में समीक्षा करेंगे।
योजनाओं में गति लाने राजस्व अफसरों को निर्देश राजस्व मंत्री ने भू-अभिलेख शुद्धिकरण पखवाड़ा, ड्रोन सर्वेक्षण तथा मुख्यमंत्री स्वामित्व योजना के कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए न्यायालय परिसर, तहसील कार्यालय, जनपद कार्यालय तथा जिला पंचायत कार्यालय और कलेक्ट्रेट परिसर में डिस्प्ले बोर्ड / फ्लैक्स लगाए जाएँ। राजस्व मंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि आजादी के बाद पहली बार मध्यप्रदेश में भूमि का कम्प्यूटराइज रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। इन योजनाओं की लगातार मानीटिरिंग के लिए जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए जाने के निर्देश दिए।