
भोपाल। गोविंदपुरा इलाके में एक छात्रा द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। हालाकि घटनास्थल से पर कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि छात्रा द्ववारा कुछ समय पहले जेईई मेंस का एग्जाम दिया था। जिसका रिजल्ट आने के बाद से छात्रा परेशान चल रही थी। जानकारी के अनुसार कस्तूरबा नगर में रहने वाली छात्रा करीब एक साल से निजी कोचिंग में जेईई मेंस की तैयारी कर रही थी। हालही में आएं मेंस के रिजल्ट में छात्रा सफल नहीं हो पाई थी। जिसके कारण छात्रा कुछ समय से गुमसुम चल रही थी। छात्रा ने आज फांसी लगा ली, घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे परिचितों ने उसे फंदे से नीचे उतारा। हांलाकि तब तक काफी देर हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पीएम के लिए भेजा दिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीएम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के बाद ही आत्महत्या के असल कारणों का पता चल सकेगा।
परिजनों करना चाहिए सपोर्ट
अब तक सामने आएं अधिकाश आत्महत्या के मामलों में पता चला है कि अधिकाश बच्चे पढ़ाई और भविष्य को लेकर कई बार तनाव में आकर आत्महत्या का कदम उठा लेते हैं।
मनोचिकित्सकों की मानें तो
मनोचिकित्सकों की मानें तो परिजनों को बच्चे को गुमसुम या तनाव में देखकर, उन्हें अनदेखा करने की बजाय उनकी ऐसे रवैये का कारण पता करना चाहिए और बच्चों को हमेशा एक स्वस्थ और तनाव रहित माहौल उपलब्ध कराना चाहिए। जिससे बच्चे तनाव से दूर रहे।
रिजल्ट का नाम सुनते से ही घबरा रहे बच्चे
पिछले वर्ष युवाओं द्वारा की गई आत्महत्या के आकड़े देखे जाएं तो यह स्पष्ट पता चलता है कि अधिकाशत: युवाओं द्वारा परीक्षा में कम नंबर आने या फेल हो जाने के भय से आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठा रहे है।
Published on:
02 May 2018 01:52 pm
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