19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

लोकसभा चुनावों काे लेकर भाजपा का ‘5 प्वॉइंट’ फॉर्मूला, ‘एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी’ थीम पर जीत की तैयारी

दो दिन मैराथन बैठकों के बाद भाजपा अब मैदान में काम शुरू करेगी। लोकसभा चुनाव के लिए दो माह के कार्यक्रम तय किए जाने लगे हैं। '5 प्वॉइंट' कैम्पेनिंग फॉर्मूला तैयार किया गया है, हर स्तर पर इसी फॉर्मूले को फॉलो किया जाएगा, मोदी का चेहरा, मोदी की गारंटी और एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी की थीम पर जीत का सेहरा पहनने की तैयारी...

2 min read
Google source verification
loksabha_election_bjp_create_a_fix_formula_to_win_in_madhya_pradesh.jpg

दो दिन मैराथन बैठकों के बाद भाजपा अब मैदान में काम शुरू करेगी। लोकसभा चुनाव के लिए दो माह के कार्यक्रम तय किए जाने लगे हैं। '5 प्वॉइंट' कैम्पेनिंग फॉर्मूला में पांच बातों पर पूरा चुनाव टिका रहेगा। पूरे संगठन को इसी लाइन पर काम करने के लिए कहा गया है। इसके तहत राज्य मुख्यालय से लेकर संभागीय, जिला, मंडल, पन्ना व बूथ स्तर तक इसी फॉर्मूले पर काम होगा। इसमें अलग-अलग कैम्पेनिंग होगी।

कांग्रेस ने भी कसी कमर

कांग्रेस ने भी लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसी है। इसी के तहत प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी संभागीय स्तर पर दौरा शुरू करेंगे। कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों के साथ मंथन होगा। पार्टी की जमीनी हकीकत देखी जाएगी। दौरे 5 जनवरी से संभावित हैं।

विधानसभा चुनाव के अनुभवों से सबक लेते हुए पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। 24 दिसंबर से संवाद कार्यक्रम के तहत युवा कांग्रेस, सेवादल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष, प्रदेश पदाधिकारी, जिला प्रभारियों, सभी विभागों के प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों के साथ विचार विमर्श हो चुका है। इसमें मिले फीडबैक के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस की नई टीम का गठन होना है। टीम के लिए सक्रिय कार्यकर्ताओं की तलाश हो रही है। इसमें युवाओं को ज्यादा मौका मिल सकता है। अनुभवी चेहरों का भी लाभ लिया जाएगा।

ये रहेगी लोकसभा इलेक्शन 2024 थीम

* मोदी का चेहरा- मोदी की गारंटी और एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी की थीम।

* सनातन- 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर काम होगा। जनवरी-अप्रेल के कैम्पेन तैयार होंगे।

* डबल इंजन- केंद्र की योजनाओं को बढ़ाया जाएगा। पीएम विश्वकर्मा में हर विधानसभा में एक हजार लोग जोड़ने का लक्ष्य। आवास, राशन सहित अन्य योजना पर प्रचार बढ़ेगा।

* जातिगत संतुलन- लोकसभा चुनाव में भी ओबीसी, दलित-आदिवासी साधे जाएंगे। इन तीनों जातीय समीकरणों के आधार पर काम होगा।

* नेटवर्क- हर सीट पर दस-दस और नए वोटर जोड़े जाएंगे। सदस्य बढ़ाकर वोट प्रतिशत बढ़ाने पर फोकस।

* जनवरी से मैदानी बैठकें, दौरे शुरू होंगे। अप्रेल-मई में लोकसभा चुनाव होना है, इस कारण संगठन अधिकतम चार महीने का समय मानकर पूरी प्लानिंग कर रहा है। फरवरी से संगठन चुनावी मोड में आ जाएगा।

मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटें

आपको बता दें कि देश की दोनों प्रमुख सियासी पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. साल 2019 में प्रदेश 29 में 28 सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था, जबकि कांग्रेस महज एक सीट पर सिमट कर रह गई थी। कांग्रेस ने एकमात्र जीत छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से हासिल किया था। यहां से वर्तमान में पूर्व सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ सांसद हैं। प्रदेश की 29 संसदीय सीटों में मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मण्डला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, विदिशा, भोपाल, राजगढ़, देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन, बैतूल शामिल हैं।

ये भी पढ़ें : 24 घंटे में फिर बदलने वाला है मौसम, 31 जिलों में होगी धुंआधार बारिश, ओलावृष्टी रेड अलर्ट
ये भी पढ़ें :गाली वाले रैप में 'भोले' का नाम, वायरल वीडियो देख महाकाल मंदिर के पुजारी बोले, 'गायकों के घर ढहाओ'