
Lok Sabha Elections 2024
Lok Sabha Elections 2024 : चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों तक ने अपनी पूरी ताकत झोंक ली लेकिन साल 2019 के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ाने में असफल रहे। इसके पीछे गर्मी, शादी और फसल से लेकर दर्जनों कारण बताए जा रहे हैं। पार्टियां भी अपने सर्वे में कारणों को टटोलने में जुटी हैं। भाजपा-कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के दौरे भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने में ज्यादा प्रभावी नहीं रहे हैं। यह तथ्य भाजपा और
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के दौरों की समीक्षा में सामने आए। पीएम मोदी ने 7 सभा और 2 रोड शो किए हैं, जिसमें सिर्फ सागर में मतदान प्रतिशत बढ़ा है। वहीं राहुल ने 5 सभाएं की हैं, जिसमें सिर्फ भिंड में मामूल बढ़त हुई। प्रदेश में दिग्गजों की सभाओं का कोई खास असर मतदान पर नहीं दिखा।
भाजपा-कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में पीएम मोदी ने प्रदेश में सबसे ज्यादा 8 सभाएं और राजधानी भोपाल और जबलपुर में रोड-शो किए। वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने मप्र के विभिन्न इलाकों में 5 सभाएं की हैं।
7 से ज्यादा ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां भाजपा-कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के तीन नेताओं ने जनसभाएं और रैली की लेकिन इसके बावजूद मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ पाया है। जिसमें रतलाम, शहडोल, खरगोन, मंडला, मुरैना और सतना सहित अन्य सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर दोनों ही दलों ने पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन मतदान को लेकर जनता का मूड़ नहीं बदल पाए।
Published on:
17 May 2024 10:34 am
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