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शुरू हो गया है मैंगो फेस्टिवल, रसीले आमों के बीच 4 किलो के आम का स्वाद चखना चाहते हैं तो आज जरूर जाएं यहां

आप वाकई आम के इतने शौकीन हैं कि उसे खरीदने कहीं भी जा सकते हैं तो, आपको बता दें कि यहां आज से शुरू हुआ है मैंगो फेस्टिवल। और यहां आपको एक दो नहीं बल्कि कई वैरायटियों के आम मिलेंगे। सबसे स्वादिष्ट से लेकर सबसे वजनी ढाई से चार किलो का नूरजहां आम इस फेस्टिवल का सबसे बेस्ट अट्रेक्शन बना हुआ है।

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भोपाल। गर्मियों का मौसम है और आम की बात न हो ऐसा कैसे हो सकता है। इस पर आजकल बाजार में अभी तक मीठे-रसीले आम कम ही मिल रहे हैं। तो अगर आप भी मीठे-मीठे रसीले आमों का स्वाद लेना चाहते हैं, तो शहर का यह हिस्सा आपके इंतजार में है। अगर आप वाकई आम के इतने शौकीन हैं कि उसे खरीदने कहीं भी जा सकते हैं तो, आपको बता दें कि यहां आज से शुरू हुआ है मैंगो फेस्टिवल। और यहां आपको एक दो नहीं बल्कि कई वैरायटियों के आम मिलेंगे। सबसे स्वादिष्ट से लेकर सबसे वजनी ढाई से चार किलो का नूरजहां आम इस फेस्टिवल का सबसे बेस्ट अट्रेक्शन बना हुआ है।

आज से 12 जून तक चलेगा फेस्टिवल
इस फेस्टिवल का आयोजन राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की ओर से किया जा रहा है। यह फेस्टिवल आज से 8 जून गुरुवार से शुरू हुआ है और 12 जून तक जारी रहेगा।

इस योजना के तहत लगा है फेस्टिवल
यह फेस्टिवल 'अपनी वाड़ी' परियोजना के तहत आम उत्पादक आदिवासी किसानों के प्रोत्साहन के लिए आायोजित किया गया है। 12 जून तक चलने वाले इस फेस्टिवल में नाबार्ड पूरे राज्य में अपनी वाड़ी परियोजना के तहत उत्पादित आमों की विभिन्न किस्में सुंदरजा, केसर, चौसा, लंगड़ा एवं दशहरी आदि का प्रदर्शन कर रहा है। प्रदर्शनी में आने वाले लोग लोग अपनी पसंद के आम खरीद भी सकते हैं।

ये आम हैं बेहद खास
इस मैंगो फेस्टिवल में आम महोत्सव में अलीराजपुर के नूरजहां आम और रीवा के सुंदरजा किस्म के आम को लेकर काफी उत्साह नजर आ रहा है। सुंदरजा आम को इसी साल जीआई टैग मिला है।

इस आम के केवल दो पेड़, प्रति नग के हिसाब से बिकता है यह आम
अलीराजपुर के काठीवाड़ा ब्लॉक का नूरजहां किस्म का एक आम एक से लेकर ढाई किलो वजन तक का होता है। यही वजह है कि इसकी कीमत किलो नहीं, बल्कि प्रति नग के हिसाब से होती है। पिछले साल इस आम की कीमत पूरे 1500 रुपए प्रति नग थी। आपको बता दें कि अलीराजपुर के काठीवाड़ा में नूरजहां आम के केवल दो पेड़ हैं। आम की इस वैराइटी को दक्षिण भारत से यहां लाया गया था।

ये आम हैं मध्यप्रदेश की खासियत
मप्र में दशहरी, लंगड़ा, केसर, मल्लिका, आम्रपाली जैसे आमों की वैराइटी पाई जाती है। अलग-अलग क्षेत्र के किसान अपने उत्पाद लेकर आम महोत्सव में पहुंचते हैं। वहीं छिंदवाड़ा, बालाघाट, नर्मदापुरम के केसर, लगड़ा, दशहरी, तोतापरी और मल्लिका आम सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले आम हैं।