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फाइलों में अटककर रह गई सिविल अस्पताल की सौगात

-छह महीने पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपगे्रड करने की केबिनेट से मिली थी मंजूरी

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फाइलों में अटककर रह गई सिविल अस्पताल की सौगात

मंडीदीप. नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर सिविल अस्पताल में तब्दील करने का प्रस्ताव फाइलों में कैद होकर रह गया है। इस वर्ष जनवारी में प्रदेश सरकार ने मंडीदीप के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल का दर्जा देकर अपग्रेड करने का प्रस्ताव केबिनेट में मंजूर किया था, पर आठ महीने बाद भी इस ओर कार्य शुरू नहीं किए जा सके हैं।

उल्लेखनीय है कि अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों के अभाव में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को नेत्र, हड्डी ,चर्मरोग, दमा सहित अन्य परेशानियों से निजात पाने के लिए निजी अस्पतालों के महंगे इलाज पर निर्भर होना पड़ रहा है। ये स्थिति तब है जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से नगर समेत 60 गांवा की आबादी जुड़ी हुई है।

तीस बिस्तर वाले इस अस्पताल में औसतन चार सौ मरीज रोजाना आते हैं, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण इनमें से अधिकतर को निजी नर्सिंग होम का रुख करना पड़ता है। नगरवासियों को हो रही इस समस्या के समाधान के लिए बरसों पुरानी मांग को राज्य सरकार ने पूरा करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सिविल अस्पताल में अपग्रेड करने का निर्णय लिया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो शासन के आदेश के पालन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

समय पर मिल सकेगा उपचार
सिविल अस्पताल में तीस के बजाय 50 बिस्तर की क्षमता होगी। इसके अलावा डॉक्टरों की संख्या बढऩे के साथ ही उपकरणों एवं संसाधनों में बढोतरी हो सकेगी। सिविल अस्पताल के आकार लेने से सड़क हादसे में घायल होने वालों को समय पर उपचार मिल सकेगा।

व्यापारी सुनील वासवानी के मुताबिक फिलहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं है, जिसके कारण मरीजों को निजी अस्पतालों एवं भोपाल का रुख करना पड़ता है। सड़क हादसों में सबसे ज्यादा घायल फै्रक्चर से संबंधित आते हैं। ऐसे में सिविल अस्पताल में घायलों को उपचार मिल सकेगा।

सुविधाओं में होगा विस्तार
सिविल अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र, निश्चेतना, शिशु रोग विशेषज्ञ, ईएनटी, गायनिक समेत अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर्स की सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा ड्रेसर, वार्ड बॉय, लैब अटेंडर समेत पैरामेडिकल स्टाफ की भी यहां सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही ब्लड स्टोरेज यूनिट की जगह ब्लड बैंक की सुविधा मिलने का रास्ता साफ होगा।

नगर को सर्वसुविधायुक्त अस्पताल की लंबे समय से दरकार है। सरकार द्वारा अस्पताल को अपग्रेड करने का जो निर्णय लिया गया है, जनहित में इस फैसले को जल्द से जल्द अमल में लाना चाहिए।
उमेश पाल, पूर्व अध्यक्ष, नगर पालिका

मंडीदीप के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड करने का निर्णय केबिनेट में लिया गया है। इसके लिए प्रकिया चल रही है। यहां सिविल गाइडलाइन के अनुसार सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
सुरेंद्र पटवा, राज्यमंत्री, पर्यटन एवं संस्कृति