
भोपाल। सोमवार को यूपीएससी ने परीक्षा परिणाम जारी कर दिए। इसमें मध्यप्रदेश से भी कई परीक्षार्थियों का चयन हुआ है। यूपीएससी में उज्जैन के ऐश्वर्य वर्मा को चौथी रैंक प्राप्त हुई है. ऐश्वर्य की इस सफलता पर सीएम शिवराज ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी है. ऐश्वर्य अभी अपनी फैमिली के साथ बरेली में है. उज्जैन उनका होम टाउन है. ऐश्वर्य ने बताया कि यह मेरा चौथा अटेम्प्ट था और बाबा महाकाल के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है. उन्होंने बताया कि वे बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने जल्द ही उज्जैन आएंगे. ऐश्वर्य अपनी इस सफलता का श्रेय परिवार, माता-पिता और दोस्तों को देते हैं.
इंदौर की अनन्या अवस्थी ने यूपीएससी में 135वीं रैंक हासिल की. ग्वालियर की मिनी शुक्ला को यूपीएससी में 96 रैंक मिली है। वे जबलपुर में पदस्थ आइपीएस अधिकारी प्रियंका शुक्ला की छोटी बहन हैं। उनके दादाजी एसएस शुक्ला मध्यप्रदेश पुलिस में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रह चुके हैं। इधर धार की रहने वाली ट्विंकल जैन ने भी यूपीएससी में 138वीं रैंक हासिल की है। यूपीएससी में दतिया के मृदुल शिवहरे ने भी कामयाबी पाई है. उन्होंने ऑल इंडिया लेवल पर 247 रेंक की प्राप्त की। बालाघाट में सहायक संचालक उद्यान सीबी देशमुख के बेटे राहुल देशमुख ने भी यूपीएससी में 349 रेंक पाई है।
दतिया के मृदुल शिवहरे बने आईएएस, ऑल इंडिया लेवल पर 247 रेंक
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल सेवा परीक्षा 2021 का परिणाम सोमवार को घोषित किया गया। जारी किए गए परिणामों के अनुसार दतिया निवासी मृदुल शिवहरे का चयन भी हुआ है। मृदुल को ऑल इंडिया लेवल पर 247 वी रेंक मिली है। मृदुल की इस उपलब्धि पर शहर में हर्ष का माहौल है. उनके घर पहुंचकर परिजनों को बधाई देनेवालों का तांता लगा हुआ है. मृदुल दिल्ली में रहकर इस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
धार की बेटी ट्विंकल ने पाई 138वीं रैंक
धार की बेटी ट्विंकल जैन ने महज 26 साल की उम्र में अपना संकल्प पूरा किया है। उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने का जुनून था और मेहनत और एकाग्रता के दम पर उन्होंने यह लक्ष्य हासिल किया है। लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देशभर में उन्हें 138वीं रैंक हासिल हुई. ट्विंकल का कहना है कि हार्ड वर्क करने के साथ पढ़ाई और परीक्षा के लिए सही प्लानिंग व संकल्प की भी आवश्यकता है। तभी सफलता हासिल होती है। उनके पिता इलेक्ट्रानिक उपकरण व्यवसायी हैं। ट्विंकल ने कक्षा 1 से 12वीं तक की पढ़ाई धार में ही की। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से उन्होंने बीकॉम ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। इसके उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का निर्णय लिया. वे पिछले तीन वर्षों से तैयारी में जुटी रहीं और उन्हें अंतत: सफलता मिली।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि एमपी के इन परीक्षार्थियों को किस तरह की पोस्ट मिलेगी। सीटों की उपलब्धता और रैंक के आधार कुछ उम्मीदवारों को भारतीय पुलिस सेवा में जाने का अवसर मिल सकता है।
जबलपुर में कुशल जैन ने तो वाकई कमाल कर दिया है. उनका यूपीएससी में 40वीं रैंक के साथ चयन हुआ है। 29 साल के कुशल माइक्रोसाफ्ट कंपनी में अच्छे पैकेज में नौकरी कर रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने सिविल सेवा में जाने का मन बना लिया। नौकरी छोड़कर तैयारी करने में जुट गए लेकिन उन्हें तीसरी बार में मनोवांछित सफलता मिली। इससे पहले वे दो बार साक्षात्कार तक गए थे, लेकिन अच्छी रैंक नहीं मिल पा रही थी। सोमवार को जारी सूची में उनका आल इंडिया 40वीं रैंक के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ। वे फिलहाल दिल्ली में है। उन्होंने कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है.
लिपि नगायच ने सिविल सेवा यूपीएससी परीक्षा में 140वीं रैंक हासिल की है। वे भोपाल के इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के बैच 2015-2016 की मेधावी छात्रा रहीं हैं. कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बूते उन्होंने यह सफलता हासिल की.
गुना के विशाल धाकड़ ने UPSC में 39वीं रैंक हासिल की है। UPSC सिविल सर्विसेस में इंदौर की अनन्या अवस्थी की 135वीं रैंक आई है। अनूपपुर की श्रेया की UPSC में 71वीं रैंक है जबकि खंडवा के कार्तिकेय जायसवाल को 35वीं रैंक मिली है. उज्जैन के पांच होनहार यूपीएससी में सफल हुए हैं। इनमें चौथी रैंक पर रहे ऐश्वर्य वर्मा, पांचवीं रैंक पर रहे उत्कर्ष द्विवेदी, 60 वीं रैंक पर श्रद्धा गोमे, 230वीं रैंक पर तन्मय काले और 501 वीं रैंक पर सोनू परमार शामिल हैं।
Updated on:
30 May 2022 09:43 pm
Published on:
30 May 2022 05:22 pm
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