20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में तीन जिलों से मिलकर बनेगा नया संभाग! सांसद- विधायक हुए लामबंद

MLAs and MP met CM for new division headquarters संभाग बनने से पहले ही इसके मुख्यालय को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है।

2 min read
Google source verification
MLAs and MPs met CM for new division headquarters in MP

MLAs and MPs met CM for new division headquarters in MP

एमपी में संभाग, जिले और तहसीलों का पुनर्गठन किया जाना है। इसके लिए राज्य का परिसीमन आयोग जुटा हुआ है। प्रस्तावित संभागों में नए निमाड़ संभाग की भी चर्चा है। तीन जिलों से मिलकर बननेवाले इस नए ​संभाग के बनने से पहले ही इसके मुख्यालय को लेकर खींचातानी शुरू हो गई है। डीआइजी कार्यालय और यूनिवर्सिटी खरगोन के पाले में जाने के बाद अब खंडवा व बुरहानपुर के जनप्रतिनिधि लामबंद हो गए हैं। ये सभी हर हाल में प्रस्तावित निमाड़ संभाग का मुख्यालय खंडवा को बनाने को लेकर एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस संबंध में सांसद ने छह विधायकों के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी मुलाकात की। सांसद और विधायकों ने नए संभाग का मुख्यालय खंडवा को बनाने की मांग की।

खरगोन, बुरहानपुर और बड़वानी जिले को मिलाकर निमाड़ संभाग के गठन की चर्चा जोरों पर है। इसको लेकर अब जनप्रतिनिधियों में जोर आजमाइश शुरू हो गई है। खरगोन सांसद गजेंद्र सिंह पटेल गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिले थे। उन्होंने खरगोन को नए संभाग का मुख्यालय बनाने की मांग करते हुए सीएम को पत्र सौंपा था।

यह भी पढ़ें: एमपी को एक और वंदे भारत की सौगात! तीन बड़े शहरों के बीच चलेगी नई स्लीपर ट्रेन

यह भी पढ़ें: एमपी में कर्मचारियों-अधिकारियों की बल्ले-बल्ले, घोषित हुए 12 नए अवकाश, शुरु हो गया अमल

खंडवा सहित दूसरे जिलों के अन्य जनप्रतिनिधियों को जब यह बात पता चली तो वे दूसरे दिन ही यानि शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव के पास पहुंच गए। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, खंडवा विधायक कंचन मुकेश तनवे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, पंधाना विधायक छाया मोरे, नेपानगर विधायक मंजू दादू, विधायक प्रतिनिधि मुकेश तनवे, चंद्रेश पचौरी सहित पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री यादव से मिले। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से निमाड़ को संभाग का दर्जा देकर संभाग का मुख्यालय खंडवा बनाने का पत्र सौंपा।

भाजपा प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि नर्मदा जल योजना के लिए भी विधायक, महापौर ने सांसद के साथ अपनी बात रखी थी। इस तरह से निमाड़ संभाग बनाकर मुख्यालय खंडवा किए जाने को लेकर प्रयास तेज हो गए हैं।

खंडवा को संभागीय मुख्यालय बनाने केपक्ष में तर्क

  1. जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वर्तमान में इंदौर संभाग होने से सभी सरकारी कार्यों का संपादन इंदौर से होता है। इंदौर की दूरी खंडवा से 130 किमी, बुरहानपुर से 200 किमी, खरगोन से 140 किमी और बड़वानी से 180 किमी है।
  2. खंडवा जिले में ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। जिले में हनुवंतिया और सैलानी पर्यटन स्थल भी है।
  3. खंडवा के आसपास के क्षेत्र में दो ताप विद्युत परियोजना, दो जल विद्युत परियोजना एवं अन्य स्थानों पर सोलर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन हो रहा है।
  4. खंडवा रेलवे का प्रमुख जंक्शन होने से समीपवर्ती जिलों को अवागमन की सुविधा है जिसमें मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, जयपुर, अजमेर, इंदौर, अकोला, हैदराबाद से सीधी रेल कनेक्टिविटी से जुड़ा है।
  5. खंडवा में इनकम टैक्स एवं जीएसटी का संभागीय कार्यालय संचालित है।
  6. खंडवा में हवाई पट्टी होने से वायुयान से आवाजाही सुविधाजनक है।