
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कार्यकर्ता.
भोपाल—जबलपुर में कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ते देख सरकार ने इन दोनों शहरों में कफर्यू लगाने का निर्णय लिया है। इधर, कफर्यू के बीच सरकार ने विश्वास हासिल करने के लिए आज से चार दिवसीय विधानसभा सत्र भी बुलाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात 9 बजे शपथ लेने के बाद सबसे पहले अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सबसे पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने की है। शिवराज सिंह शपथ लेने के बाद राजभवन से सीधे मंत्रालय पहुंचे। उन्होंने प्रदेश के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आधी रात तक बैठक की। इसी बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस की चैन तोड़ने के लिए भोपाल—जबलपुर में कफर्यू लगाने की आवश्यकता है।
सीएम पद की शपथ लेने के कुछ देर बाद ही शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कोरोना से निपटने के लिए हरसंभव काम करने के निर्देश दिए।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों से संबंधित प्रेजेंटेशन भी देखी। वहीं मध्य प्रदेश की पंद्रहवीं विधानसभा का छठवां सत्र भी मंगलवार से ही शुरू होने जा रहा है। यह सत्र 27 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सरकार के प्रति विश्वास प्रस्ताव भी लाया जाएगा। इसके साथ ही चार दिन के सत्र में तीन बैठकें होंगी और सरकार इस दौरान लेखानुदान भी लाएगी।
शिवराज ने शपथ लेने के बाद कहा- कोरोना को हराना है
इससे पहले सोमवार रात 9 बजे शपथ लेने के ठीक बाद अपने पहले अभिभाषण में शिवराज सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना से लोगों का बचाव है।
उन्होंने कहा था कि कोरोना के संक्रमण से प्रदेश की जनता को बचाने के लिहाज से सुरक्षा संबंधी कड़े कदम उठाने की जरुरत है। शिवराज ने टवीट कर जनता में साफ संदेश दिया कि सबसे पहले कोरोना बाकी सब बाद में....।
जताई थी चिंता
इस दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना को देखते हुए होने वाले लॉकडाउन को देखते हुए मैं छोटे खुदरा व्यापारियों, पान वालों, चाय वालों, गुमटी वालों, फुटपाथ पर व्यापार करने वालों और दिहाड़ी मजदूरों की आर्थिक क्षति को लेकर बेहद चिंतित हूं.
Published on:
24 Mar 2020 11:24 am
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