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एमपी कांग्रेस में नई नियुक्तियां रद्द होने से खलबली, अब नए नाम से जारी होगी लिस्ट

mp congress internal conflict: मध्यप्रदेश कांग्रेस में एक बार फिर खींचतान सामने आई है। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की मंजूरी से की गई सभी नियुक्तियां रद्द कर दी हैं...।

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भोपाल

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Manish Geete

Nov 28, 2025

mp congress internal conflict

भोपाल में शुक्रवार को हुई दो बैठको में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी एक साथ नजर आए। (photo: x.com/jitupatwari)

mp congress internal conflict: मध्यप्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मंजूरी के बाद जारी हुई नए संगठन मंत्रियों की नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया। इससे एमपी कांग्रेस की राजनीति में एक बार फिर खलबली मच गई। शुक्रवार को भी दिनभर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं थी कि क्या कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति खुलकर सामने आने लगी है। यह भी कहा जाने लगा कि क्या 2028 में होने वाले चुनाव में एमपी कांग्रेस एकजुट रह पाएगी? इधर, शुक्रवार देर शाम को उमंग सिंघार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि यह नियुक्तियां नए नाम से आएंगी।

मध्यप्रदेश कांग्रेस में शुक्रवार को संगठनात्मक खींचतान सामने आई है। दरअसल, प्रदेश संगठन महामंत्री संजय कमाले ने इंदौर, जबलपुर सहित कई महत्वपूर्ण जिलों में नए संगठन मंत्रियों की घोषणा की थी। बकायदा उनके हस्ताक्षर से लिस्ट भी जारी हुई थी। यह नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की मंजूरी से की गई थी, लेकिन यह निर्णय प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को शायद ठीक नहीं लगा। उन्होंने तत्काल प्रभाव से सभी नियुक्तियां रद्द कर दीं।

पत्र में कही स्पष्ट बात

AICC की तरफ से मध्यप्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी ने जीतू पटवारी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस में अब कोई भी नियुक्ति उनकी लिखित अनुमति के बगैर मान्य नहीं होगी। उनके इस सख्त रुख से पार्टी दफ्तर में हड़कंप मच गया है। एआईसीसी की ओर से मध्यप्रदेश के प्रभारी हरीश चौधरी ने सीनियर नेताओं के साथ बैठक भी की। इसमें संजय कामले, अवनीश भार्गव, शिवी चौहान, रीना बौरासी, यश घनघोरिया और आशुतोष चौकसे मौजूद थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने सभी को फटकार लगाई और कार्यकर्ताओं को एक जुट होकर काम करने की नसीहत भी दी। वे बैठक में भी कांग्रेस की गतिविधियों से नाराज नजर आए।

खुशी के बाद गम के बादल

इधर, मध्यप्रदेश में संगठन मंत्रियों की नियुक्ति पर खुशी मनाई जा रही थी, मिठाइयां बांटी जा रही थी। यह खुशी ज्यादा देर नहीं रह सकी। कुछ ही घंटों में गम में बदल गई। नए पदों पर बधाइयां मिलने के बाद अब यह नेता असमंजस में है।

इन्हें बनाया था जिला संगठन मंत्री

उमरिया में पुष्पराज सिंह, जबलपुर शहर में रितेष गुप्ता बंटी, राजगढ़ में राधेश्याम सोमतिया, धार के लिए परितोष सिंह बंजी और उज्जैन शहर के लिए अजय राठौर के नामों की लिस्ट जारी की गई थी।

जीतू पटवारी और हरीश चौधरी साथ-साथ

शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में युवा कांग्रेस की प्रादेशिक बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी और जीतू पटवारी साथ-साथ नजर आए। इस दौरान दोनों नेताओं ने 100 दिन की कार्ययोजना के संदर्भ में चर्चा भी की। इसके बाद दोनों नेता राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में भी शामिल हुए। इस बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार, अरुण यादव, अजय सिंह, गोविंद सिंह समेत कई बड़े नेता मौजूद थे।

उमंग सिंघार ने बताया- प्रदेश प्रभारी को क्यों था ऐतराज

मध्यप्रदेश कांग्रेस में जिला संगठन मंत्रियों की नियुक्तियों को रद्द करने पर मचे घमासान के बाद शुक्रवार को उमंग सिंघार का बयान मीडिया में आया है। सिंघार ने राजनीतिक मामलों की बैठक के बाद कहा कि इस पर चर्चा हुई है। हरीशजी का तर्क था कि संगठन मंत्री नहीं, संगठन महासचिव होना चाहिए। यह कांग्रेस की परंपरा रही है। उनका कहना था कि संगठन मंत्री शब्द आरएसएस (RSS) की देन है, यह कांग्रेस का कभी नहीं हो सकता। उनकी नियुक्ति कांग्रेस महासचिव के रूप में होगी, इतनी सी बात थी।