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BIG NEWS: चुनाव हार सकती है भाजपा, इंटेलिजेंस की सीक्रेट रिपोर्ट में खुलासा

BIG NEWS: चुनाव हार सकती है भाजपा, इंटेलिजेंस की सीक्रेट रिपोर्ट में खुलासा

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भोपाल

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Manish Geete

Nov 02, 2018

election 2018

भोपाल। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बाद अब पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। ऐसे में मध्यप्रदेश की ही राजकीय अभिसूचना विभाग (स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट) की सीक्रेट रिपोर्ट के खुलासे से हड़कंप मच गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार सकती है। कांग्रेस अपनी सीटें बढ़ाते हुए बीजेपी से आगे भी निकल सकती है।

मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होगा। इससे पहले टिकट बंटवारे का दौर तेज हो गया है। भारतीय जनता पार्टी ने 177 नामों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जबकि कांग्रेस की सूची देर शाम तक आ जाएगी। कांग्रेस ने भी बीजेपी के जवाब में 200 नाम तय कर लिए हैं, जबकि विवादित सीटों पर मशक्कत की जा रही है।

क्या है इंटेलिजेंस की रिपोर्ट में

कांग्रेस बना सकती है सरकार
मीडिया के हाथ लगी सीक्रेट रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को तीन दिन पहले ही सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में कांग्रेस 128 सीटों से भी आगे निकल सकती है। यानी वो सरकार बनाने की तरफ बढ़ सकती है। इस रिपोर्ट से जहां कांग्रेस खेमे में चेहरे खिलखिलाए हुए हैं, वहीं बीजेपी पदाधिकारियों के खेमे में मुरझाए हुए हैं।


बीजेपी को मिल सकती हैं 92 सीटें
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार 15 सालों से सत्ता में काबिज शिवराज सरकार के खाते में 92 सीटों पर जीत मिल रही है। जबकि बहुजन समाज पार्टी के खाते में 6 सीटें आ सकती हैं, जबकि समाजवादी पार्टी के खाते में तीन सीटें आ सकती है। इसके अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी एक सीट जीतने की स्थिति में है।

शिवराज सरकार के मंत्रियों को जीतना मुश्किल
सीक्रेट रिपोर्ट में यह भी अहम बात है कि शिवराज सरकार के मंत्री रुस्तम सिंह, माया सिंह गौरीशंकर शेजवार, सूर्य प्रकाश मीणा को मिलाकर करीब दस मंत्री भी चुनाव हार सकते हैं।

रिपोर्ट के बाद कट गया इनका टिकट
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार शिवराज सरकार के खास माने जाने वाले मंत्री सूर्य प्रकाश मीना ने दो दिन पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। इसके बाद माया सिंह और गौरीशंकर शैजवार के टिकट भी काट दिए गए हैं।

ग्वालियर-चंबल में बढ़ रही है कांग्रेस
यह भी बात निकलकर आ रही है कि ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस को चुनाव में सबसे ज्यादा लाभ मिल सकता है। क्योंकि इस क्षेत्र में कुल 34 सीटों में से 24 पर कांग्रेस बढ़ती हुई नजर आ रही और जीतने के ज्यादा आसार हैं। जबकि भाजपा के खाते में केवल 7 सीटें जा रही है। इसके साथ ही तीन सीटें बसपा जीतने की स्थिति में पहुंच गई है।

बुंदेलखंड में बराबर का मुकाबला
बुंदेलखंड में 26 सीटें हैं। जिसमें से 13 सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं, वहीं कांग्रेस के खाते में 12 सीटें जा रही हैं। इस क्षेत्र में समाजवादी की बात करे तो एक सीट मिल सकती है।

विन्ध्य में भी आगे निकली कांग्रेस
रिपोर्ट के मुताबिक विन्ध क्षेत्र की 30 सीटों में से बीजेपी के खाते में 9 सीटें जाती हुई नजर आ रही है, जबकि 18 सीटें कांग्रेस के पास जा रही हैं।

महाकौशल में घटेगी बीजेपी
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव की दृष्टि से अहम माना जा रहा महाकौशल क्षेत्र कांग्रेस को बढ़ दिला रहा है। यहां 38 में से 22 ससीटें कांग्रेस के पाले में जा सकती है, जबकि बीजेपी के खाते में 13 सीटें ही आ रही हैं। इसके अलावा यहां भी समाजवादी पार्टी (सपा) और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) का जोर हैं, इसलिए सपा दो सीट और जीजीपी एक सीट पर चुनाव जीत सकती है।

मध्य में होगा बराबरी का मुकाबला
रिपोर्ट के मुताबिक मध्य क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस में बराबरी का मुकाबला है। दोनों ही बड़े दल 18-18 सीटों के बीचबराबरी का मुकाबला कर रहे हैं।

मालवा-निमाड़ में किसान करेंगे प्रभावित
मालवा-निमाड़ अंचल में इस बार चुनाव को किसान प्रभावित कर सकते हैं। क्योंकि किसान आंदोलन के बाद वे सरकार से नाराज हैं। सरकार ने भी किसानों को काफी राहत देने की कोशिश की है, किसानों और पाटीदार समाज के नेता को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया गया था। इसलिए चुनाव की दृष्टि से सबसे बड़े मालवा-निमाड़ क्षेत्र से कांग्रेस को 34 सीटें और भाजपा को 32 सीटें मिल सकती हैं।