
MP Electricity: मध्यप्रदेश का पहला परमाणु ऊर्जा संयंत्र (First Nuclear Power Plant of MP) मंडला जिले के चुटका में 2029-30 में तैयार हो जाएगा। इससे 1400 मेगावाट बिजली बनेगी। इसमें से 700 मेगावाट बिजली प्रदेश सरकार खरीदेगी। ऊर्जा विभाग(Department of Energy) सहमतिप पत्र जारी कर चुका है। इसके बाद खरीदी के लिए निजी कंपनियों पर निर्भरता भी कम होगी।
अभी 33 प्रतिशत बिजली (Electricity) निजी कंपनियों से खरीदी जा रही है। इसमें गैर परंपरागत तरीकों से बनी बिजली की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है। यह जानकारी हाल ही में मध्य प्रदेश के विधानसभा के मानसून सत्र में ऊर्जा मंत्री ने दी।
केंद्र सरकार ने देश में दस स्वदेशी परमाणु ऊर्जा रिएंटर लगाने के लिए जून 2017 में मंजूरी दी थी। उन दस परमाणु संयंत्रों में एक मध्यप्रदेश का चुटका संयंत्र भी था। स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह रिएंटर भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) की ओर से लगाया जा रहा है।
यह परमाणु ऊर्जा रिएंटर 1200 एकड़ क्षेत्र में बन रहा है। 510 मेगावाट क्षमता बढ़ी।विधानसभा में विधायक राजेश कुमार शुंला के सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री ने लिखित जानकारी दी कि वर्ष 2024-25 के क्षमता वृद्धि कार्यक्रम में अभी तक प्रदेश में 470 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र और 40 मेगावाट क्षमता के गैर सौर ऊर्जा संयंत्र क्रियाशील हो चुके हैं।
मध्य प्रदेश सरकार निजी क्षेत्र से ताप विद्युत, जल विद्युत, सौर ऊर्जा और पवन एवं बायो ऊर्जा खरीद रही है। बीते तीन साल के आंकड़े देखें तो सरकार द्वारा प्रदेश के लिए खरीदी गई कुल बिजली में से निजी क्षेत्र का हिस्सा घट रहा है, लेकिन खरीदी गई यूनिट देखें तो निजी क्षेत्र से खरीदी बढ़ रही है। 2021 में कुल खरीदी में निजी क्षेत्र की बिजली का हिस्सा 34 प्रतिशत था वह 2022 में 32 और 2023 में 32.86 प्रतिशत हो गया।
Published on:
11 Jul 2024 10:09 am
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